गढ़चिरौली जिले के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Gadchiroli / गढ़चिरौली जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
गढ़चिरौली महाराष्ट्र का एक मुख्य जिला है। गढ़चिरौली महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से करीब 900 किलोमीटर दूर है। गढ़चिरौली महाराष्ट्र राज्य में, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा के पास स्थित है। गढ़चिरौली जिले की स्थापना 1982 को की गई थी। इस जिले को चंद्रपुर जिले के विभाजन के बाद स्थापित किया गया था। यह पहले चंद्रपुर जिले का हिस्सा हुआ करता था। गढ़चिरौली जिले में वैनगंगा नदी बहती है। यहां पर प्राचीन समय में गोंड, चालुक्य, यादव, और राष्ट्रकूट का शासन हुआ करता था। गढ़चिरौली जिले में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। इस ब्लॉग में हमने उन सभी जगह के बारे में बताया है। चलिए जानते हैं - गढ़चिरौली में घूमने के लिए कौन-कौन सी जगह है।
गढ़चिरौली में घूमने की जगह - Gadchiroli mein ghumne ki jagah
मारकंडेश्वर मंदिर गढ़चिरौली - Markandeshwar Temple Gadchiroli
मारकंडेश्वर मंदिर गढ़चिरौली का प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर
प्राचीन है। यह मंदिर गढ़चिरौली में चरमोर्शी तहसील के पास मारकंडा गांव में बना हुआ
है। यह मंदिर वैनगंगा नदी के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर चंद्रपुर से करीब 70 किलोमीटर
दूर है और नागपुर से करीब 170 किलोमीटर दूर है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर की दीवारों
में सुंदर नक्काशी देखने के लिए मिलती है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यहां
पर छोटे-छोटे बहुत सारे मंदिरों के समूह देखने के लिए मिलते हैं। मगर यहां पर बहुत
सारे मंदिर नष्ट हो गए हैं। यहां पर शिव भगवान जी का शिवलिंग देखा जा सकता है। मंदिर
की दीवारों में बहुत सुंदर नक्काशी की गई है।
यहां देवी देवताओं, इंद्र, कुबेर, नृत्य करती हुई नृत्यांगना,
फूल पत्तियों और भी बहुत सारी नक्काशी देखने के लिए मिलती है, जो बहुत ही आकर्षक लगती
है। यहां से आप दिन वैनगंगा नदी का दृश्य देख सकते हैं, जो बहुत सुंदर रहता है।
यह मंदिर दसवी और 11वीं शताब्दी में बनाए गए हैं। इन मंदिरों
की दीवारों में अप्सरा, सुरसुंदरी, देवगंगा
की मूर्तियां देखने के लिए। यहां पर गज लक्ष्मी, नरसिम्हा, शिव पार्वती जी की मूर्तियां
भी बहुत ही सुंदर तरीके से बनाया गया है। यहां रामायण और महाभारत के बहुत सारे दृश्यों
को भी दिखाया गया है। यहां पर महाशिवरात्रि और सावन के समय बहुत सारे लोग घूमने के
लिए आते हैं। यहां आकर अच्छा लगता है। यह मंदिर खुजराहो के मंदिर के समान है। यहां
पर आने के लिए बस और ऑटो की सुविधा मिल जाती है।
बिना गुंडा गढ़चिरौली - Binagunda Gadchiroli
बिनागुंडा गढ़चिरौली का एक फेमस टूरिस्ट स्पॉट है। यहां पर आपको
प्रकृति का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर आप आकर घना जंगल, पहाड़, नदी
एवं झरने देख सकते हैं। यहां पर एक ऐतिहासिक गांव भी है, जहां पर आदिम जनजाति रहती
है। यह जनजाति बांस एवं तेंदूपत्ता को इकट्ठा करती है, जिनसे इन की जीविका चलती है।
आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। यहां पर आकर आपको शांति मिलेगी। यह जगह शहर के शोर-शराबे
से दूर आपको प्राकृतिक दृश्य देखने के लिए मिलेगा। आप यहां पर बरसात के समय यात्रा
कर सकते हैं।
बरसात में यहां पर ज्यादा मजा आता है। यहां पर बरसात के समय झरने देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर बरसात में बहुत सारे झरने बनते हैं, जो बहुत ही सुंदर लगते हैं। यह जगह भामरागढ़ तहसील के अंतर्गत आती है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर पहुंचने के लिए रोड मार्ग लगता है। यह भामरागढ़ से करीब 40 किलोमीटर दूर है। यहां पर आप आकर अच्छा अनुभव कर सकते हैं। यहां पर आपको सुंदर घाटियां देखने के लिए मिलती है।
त्रिवेणी संगम गढ़चिरौली - Triveni Sangam Gadchiroli
त्रिवेणी संगम गढ़चिरौली का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह भामरागढ़
में स्थित है। यहां पर आपको तीन नदियों का संगम स्थल देखने के लिए मिलता है। यहां पर
इंद्रावती नदी, पामूल गौतमी नदी, और परलकोट नदी इन नदियों का संगम यहां पर हुआ है।
यह संगम बहुत सुंदर है। यहां चारों तरफ जंगल का दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां
शाम के समय आप आकर इस जगह की खूबसूरती को देख सकते हैं। यहां पर सनसेट और सनराइज का
दृश्य बहुत ही सुंदर रहता है। यहां पर आप मानसून के समय आएंगे, तो आपको चारों तरफ पानी
ही पानी देखने के लिए मिलेगा। यहां पर आप आकर
अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं। यह जगह महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा के पास स्थित
है।
सूरजगढ़ पहाड़ी गढ़चिरौली - Surajgarh Hill Gadchiroli
सूरजगढ़ पहाड़ी गढ़चिरौली का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। सूरजगढ़
पहाड़ी एवं पेठा वैली एटापल्ली के पास में स्थित है। यहां पर घना जंगल है। यहां पर
विभिन्न तरह के पेड़ पौधों की प्रजातियां देखी जा सकती है। यह पहाड़ी बहुत बड़े एरिया
में फैली हुई है। यह जगह अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर बरसात
में छोटे-छोटे झरने भी बहते हैं, जो बहुत सुंदर लगते हैं। आप यहां पर आकर बहुत अच्छा
अनुभव कर सकते हैं।
यह पहाड़ी ऐतिहासिक है। यहां पर एक प्राचीन किला बना हुआ है।
इसके अलावा इस पहाड़ी की सुंदरता देखने लायक है। यहां चारों तरफ पहाड़ी का दृश्य देखने
के लिए मिलता है। यहां पर पहाड़ी के बीच से नदी बहती है। यहां पर पहाड़ी के नीचे आपको
पेठा वैली देखने के लिए मिलेगी। पेठा वैली बहुत ही आकर्षक है। यहां पर नदी बहती है,
जिसका दृश्य बहुत ही सुंदर रहता है। यह नदी बड़ी-बड़ी चट्टानों के बीच सी बहती है।
यहां पर आप अपना समय बिता सकते हैं।
चपराला गढ़चिरौली - Chaprala Gadchiroli
चपराला गढ़चिरौली का एक प्राकृतिक स्थल है। यहां पर बैनगंगा
और वर्धा नदी का संगम हुआ है। यहां चपराला वन्य जीव अभ्यारण्य बना है। यह स्थल गढ़चिरौली
जिले में, महाराष्ट्र और तेलंगाना बॉर्डर पर स्थित है। चपलारा गढ़चिरौली में मल्चेरा
तहसील में स्थित है। यह जगह बहुत सुंदर है और यहां पर आप आकर अपना अच्छा समय व्यतीत
कर सकते हैं। यहां पर घना जंगल है। घने जंगल के पास में, यह नदियों का संगम देखने के
लिए मिलता है। आप यहां पर नदी में स्नान कर सकते हैं। नदी में आप बहुत सारा फन कर सकते
हैं। यहां पर आपको मंदिर भी देखने के लिए मिलेगा। यह जगह बहुत ही सुंदर है। यहां पर
आप पिकनिक मनाने के लिए आ सकते हैं। यह गढ़चिरौली का पिकनिक स्थान है।
यहां पर मंदिर बना हुआ है। इसे प्रशांत धाम के नाम से जाना जाता
है। इस मंदिर की स्थापना कार्तिक स्वामी महाराज के द्वारा 1935 में की गई थी। यहां
पर आपको भगवान शिव, साईं बाबा, हनुमान जी, दुर्गा जी और भी बहुत सारे देवी देवताओं
के मंदिर देखने के लिए मिलेंगे। यहां पर आप आकर मंदिर घूम सकते हैं। नदी में स्नान
कर सकते हैं और जंगल का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यहां पर आपको बहुत सारे जंगली जीव
भी देखने के लिए मिलेंगे। आप यहां पर आकर इंजॉय कर सकते हैं।
विठ्ठलेश्वर मंदिर गढ़चिरौली - Vitthaleshwar Temple Gadchiroli
विट्ठलेश्वर मंदिर गढ़चिरौली का एक फेमस मंदिर है। यह मंदिर
गढ़चिरौली में सिरोंचा तहसील में प्राणहिता नदी के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर प्राचीन
है। यह मंदिर श्री कृष्ण और राधा जी को समर्पित है। मंदिर में श्री कृष्ण और राधा जी
की बहुत सुंदर मूर्ति देखने के लिए मिलती है। यह मूर्ति भी प्राचीन है। यहां पर आप
घूमने के लिए आ सकते हैं और इस मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। जन्माष्टमी के समय यहां
पर भीड़ लगती है।
पुष्कर मेला गढ़चिरौली - Pushkar Fair Gadchiroli
पुष्कर मेला गढ़चिरौली में सिरोंचा तहसील में प्राणहिता नदी
के किनारे लगता है। इस मेले में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़, कर्नाटक एवं महाराष्ट्र
के विभिन्न जिलों से लोग आते हैं। यहां पर इस समय बहुत भीड़ लगती है। यहां पर तरह-तरह
की दुकानें लगती हैं। यह मेला हर 12 साल में यहां पर लगता है। यहां पर लोग आकर नदी
में स्नान करते हैं और कालेश्वर मंदिर में दर्शन करने के लिए जाते हैं। यहां पर आकर
अच्छा लगता है।
सोमनूर संगम गढ़चिरौली - Somanur Sangam Gadchiroli
सोमनूर संगम गढ़चिरौली का एक मुख्य स्थान स्थान है। यह पर दो
मुख्य नदियों का संगम हुआ है। यह गढ़चिरौली जिले के सिरोंचा तालुका में स्थित है। यहां
पर प्राणहिता और गोदावरी नदियां मिलती हैं। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर
लोग आकर स्नान करते हैं। आप भी यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और इस जगह को देख सकते
हैं। यह जगह तेलगांना और महाराष्ट्र के बॉर्डर पर स्थित है।
लक्ष्मी बैराज गढ़चिरौली - Laxmi Barrage Gadchiroli
लक्ष्मी बैराज गढ़चिरौली में महाराष्ट्र और तेलंगाना की सीमा
पर स्थित है। यह एक सुन्दर डैम है। यह डैम गोदावरी नदी पर बना हुआ। इस डैम को कालेश्वरम
लिफ्ट इरिगेशन प्रोजेक्ट के नाम से भी जाना जाता है। यह मुख्य रूप से सिंचाई के लिए
बनाया गया है। यह डैम बहुत सुंदर है। यहां पर आप आकर अच्छा समय बिता सकते हैं। इस डैम
में ६८ गेट है। यह 1.6 किलोमीटर लंबा है। यहां पर आकर अच्छा लगता है। यह सिरोंचा तहसील
के पास में है।
वडधम फॉसिल पार्क गढ़चिरौली - Vaddham Fossil Park Gadchiroli
वडधम फॉसिल पार्क गढ़चिरौली में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल
है। यह पार्क गढ़चिरौली जिले सिरोंचा तहसील के पास में स्थित है। यह पार्क सिरोंचा
तहसील से 19 किलोमीटर दूर है। यहां पर आपको डायनासोर के फॉसिल देखने के लिए मिलते हैं।
यहां पर आपको पेड़ पौधों के फॉसिल देखने के लिए मिलेंगे। यहां पर मछली के फॉसिल भी
देखे जा सकते हैं। यह फॉसिल करीब 1000 साल पुराने हैं। यह फॉसिल यहां पर संभाल कर रखे गए हैं। आप यहां पर आकर घूम
सकते हैं। यहां पर आपको डायनासोर की मूर्तियां भी देखने के लिए मिलेगी। यहां पर अलग-अलग
डायनासोर की मूर्तियों को बनाया गया है। यह पार्क बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है।
यहां पर पार्किंग की व्यवस्था उपलब्ध है। यहां पर आप अपनी गाड़ी से पहुंच सकते हैं।
यहां पर आने के लिए सड़क मार्ग है। आपको यहां पर आकर अच्छा लगेगा और बहुत सारी जानकारी
भी मिलेगी।
हनुमान मंदिर सेमना गडचिरोली - Hanuman Mandir Semana Gadchiroli
हनुमान मंदिर सेमना गढ़चिरौली का एक फेमस मंदिर है। यह मंदिर
चामोर्शी रोड पर बना है। यह मंदिर बहुत सुन्दर है। यहां पर पार्क भी बना हुआ है। यह
पार्क बहुत बड़ा और बहुत सुंदर है और यहां पर विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे देखने के
लिए मिलते हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है।
असोलामेंढ़ा तालाब गढ़चिरौली - Asolamendha Pond Gadchiroli
असोलामेंढ़ा तालाब गढ़चिरौली का एक मुख्य स्थान है। यह एक सुंदर
डैम है। यह डैम बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। यह डैम पहाड़ों से घिरा हुआ है। इस
डैम में टापू भी देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आप बरसात के समय घूमने के लिए आ सकते
हैं। बरसात के समय डैम का दृश्य बहुत सुंदर रहता है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है।
यहां पर बरसात के समय बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं। डैम का पानी जब ओवरफ्लो
होता है। तब यह और अधिक आकर्षक लगता है। यह डैम मुख्य रूप से सिंचाई के लिए बनाया गया
है। यहां पर आप आकर अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं। यह डैम पठारी गांव के पास में बना
हुआ है।
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