गढ़वा जिला के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Garhwa / गढ़वा जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
गढ़वा झारखंड राज्य का मुख्य जिला है। गढ़वा झारखंड राज्य की राजधानी रांची से करीब 200 किलोमीटर दूर है। गढ़वा झारखंड राज्य में, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित है। गढ़वा जिले को 1991 में पलामू जिले से अलग करके एक नए जिले के रूप में बनाया गया है। इस जिले की सीमा, इन दोनों राज्यों की सीमा से सटी हुई है। कानहार नदी गढ़वा जिले की छत्तीसगढ़ से सीमा बनाते हुए बहती है और सोन नदी गढ़वा जिले की उत्तर प्रदेश से सीमा बनाते हुए बहती है। यहां पर कोयल नदी बहती है। यह जिला बहुत सुंदर है और हरे-भरे जंगलों से घिरा हुआ है। गढ़वा जिले में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - गढ़वा जिले में घूमने लायक कौन कौन सी जगह है।
गढ़वा में घूमने की जगह - Garhwa mein ghumne ki jagah
अन्नराज बांध गढ़वा - Annaraj Dam Garhwa
अन्नराज बांध गढ़वा जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह बांध बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है और चारों तरफ से जंगल से घिरा हुआ है। यह बांध मुख्य तौर पर सिंचाई के उद्देश्य से बनाया गया है। यह बांध नेशनल हाईवे के पास स्थित है और आप इस बांध में आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां पर आकर आपको अच्छा लगेगा। यहां पर आप बोटिंग कर सकते हैं।
अन्नराज बांध प्रकृति के बीच में, समय गुजारने के लिए बहुत अच्छी जगह है। यह गढ़वा जिले का एक पिकनिक स्पॉट है। बांध का सबसे अच्छा दृश्य बरसात के समय देखने के लिए मिलता है। जब बांध का पानी ओवरफ्लो होकर बहता है। तब बांध बहुत सुन्दर दिखता है। यहां पर शाम के समय आप सनसेट का व्यू देख सकते है। यह गढ़वा में घूमने लायक जगह है।
सुखाल्दारी जलप्रपात गढ़वा - Sukhldari Falls Garhwa
सुखाल्दारी जलप्रपात गढ़वा जिले का एक मुख्य प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। यह जलप्रपात कन्हार नदी पर बना हुआ है। यह जलप्रपात बहुत सुंदर है। यहां पर आपको आकर्षक जलप्रपात देखने के लिए मिलता है, जो चट्टानों के बीच से बहता है। यह जलप्रपात गढ़वा जिले के धुरकी प्रखंड में स्थित है। आप यहां पर अपने वाहन से पहुंच सकते हैं। यहां चारों तरफ जंगल का नजारा देखने के लिए मिलता है।
सुखाल्दारी जलप्रपात तक पहुंचने के लिए आपको करीब डेढ़ सौ सीढ़ियां उतरने पड़ती है। यह जगह कर्पूरी ठाकुर पर्यटन स्थल के नाम से जानी जाती है। यह जगह झारखंड और छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर स्थित है। यहां पर आकर आप आनंद का अनुभव कर सकते हैं। यहां पर पार्किंग की व्यवस्था उपलब्ध है। यहां पर छोटे-छोटे रेस्ट हाउस भी बने हुए हैं, जहां पर आप बैठ सकते हैं। इसके अलावा जंगल का दृश्य बहुत ही सुंदर है। यहां आकर शांति मिलती है। आप नदी में नहाने का आनंद भी उठा सकते हैं। यहां पर चट्टानों के बीच से जलप्रपात बहता है, तो बहुत ही जबरदस्त लगता है। यह जगह छत्तीसगढ़ और झारखंड की मुख्य स्थलों में से एक है। यहां आकर आपको बहुत अच्छा लगेगा। यह गढ़वा में घूमने की सबसे अच्छी जगह है।
गुरु सिंधु जलप्रपात गढ़वा - Guru Sindhu Falls Garhwa
गुरु सिंधु जलप्रपात गढ़वा जिले का एक प्रमुख दर्शनीय स्थल है। यह जलप्रपात घने जंगल के अंदर स्थित है। यह जलप्रपात कन्हार नदी पर बना हुआ है और यह जलप्रपात छत्तीसगढ़ और झारखंड की सीमा पर स्थित है। यह जलप्रपात बहुत सुंदर है। इस जलप्रपात का नजारा बहुत जबरदस्त होता है।
यहां पर आपको बड़ी-बड़ी चट्टानों के बीच से पानी बहता हुआ देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर लगता है। यहां पर आप नहाने का भी मजा ले सकते हैं। नदी के कुछ हिस्सों में गहराई है, जहां पर आप नहीं जाए। बाकी कुछ हिस्से में नदी छिछली है, जहां पर आप नहा सकते हैं और यहां पर आप पिकनिक मनाने के लिए आ सकते हैं। यहां चारों तरफ जंगल का सुंदर दृश्य है। यहां बड़ी-बड़ी और ऊंची ऊंची चट्टानें है। यह जगह प्राकृतिक परिवेश से घिरी हुई है। इस जलप्रपात के आसपास खाने पीने की कोई दुकान नहीं है। इसलिए अगर आप यहां पर घूमने के लिए आते हैं, तो अपने साथ खाना और पानी जरूर लेकर आए और यहां पर कचरा ना फैलाएं। यह गढ़वा में घूमने वाली मुख्य जगह है।
शिव मंदिर राजा पहाड़ी - Shiv Mandir Raja Pahari
शिव मंदिर राजा पहाड़ी गढ़वा जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह जगह बहुत सुंदर है। यहां पर आपको ऊंची पहाड़ी देखने के लिए मिलती है। इस पहाड़ी को राजा पहाड़ी के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर गढ़वा जिले के नगर उंटारी में स्थित है। इस नगर में आप आसानी से पहुंच सकते हैं। इस नगर को बंशीधर नगर के नाम से भी जाना जाता है। इसी नगर में आपको राजा पहाड़ देखने के लिए मिलता है।
राजा पहाड़ की चोटी में शिव मंदिर बना हुआ है। इस मंदिर को नर्मदेश्वर महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है। मंदिर बहुत सुंदर है और मंदिर के गर्भगृह में शिव भगवान जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। गर्भगृह में पर काले रंग के शिवलिंग विराजमान है। मंदिर के ऊपर से चारों तरफ का बहुत ही जबरदस्त दृश्य देखने के लिए मिलता है। मंदिर के चारों तरफ पहाड़ी पर पेड़ पौधे लगे हुए हैं, जिससे यहां पर हरियाली रहती है। यह बहुत ही सुंदर लगता है। यहां पर आकर शाम के समय सूर्यास्त का बहुत सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यह जगह गढ़वा जिले में घूमने लायक एक मुख्य जगह है।
बंशीधर मंदिर गढ़वा - Banshidhar Temple Garhwa
बंशीधर मंदिर गढ़वा जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर में आपको बंशीधर महाराज और राधिका जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। बंशीधर मंदिर पूरे जिले में प्रसिद्ध है और आसपास के जिलों में भी प्रसिद्ध है। बंशीधर धाम गढ़वा जिले के नगर उंटारी में स्थित है। इस मंदिर में राधा कृष्ण जी की मूर्ति बहुत प्राचीन है।
बंशीधर मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि 185 वर्ष पूर्व श्री बंशीधर की मूर्ति यहां से 16 किलोमीटर दूर पश्चिम में, कन्हार नदी के इस पार सड़क से 3 किलोमीटर दक्षिण एक शिव पहरी नामक पहाड़ी है। इसी पहाड़ी पर किसी अज्ञात राजा ने इस मूर्ति को वही छुपा दिया था। मुसलमानी काल में बहुत सी मूर्तियां तोड़ी गई, मंदिर नष्ट किए गए। मुगलों की फौज लाहौर से बंगाल आया जाया करती थी। अतः सुरक्षा के ख्याल से यह प्रतिमा पहाड़ी पर छुपाई गई थी। 120 वर्ष पूर्व तक यह प्रतिमा वही गड़ी रही। इसके बाद नगर की रानी शिवमानी कुंवर को सपना हुआ और वह हाथी पर चढ़कर इस प्रतिमा को ले आई है। हाथी यह बैठ गया और मंदिर यही बनाया गया। श्री बंशीधर मूर्ति 32 मन की बताई जाती है। ऐसी कला पूर्ण उच्च कोटि की प्रतिमा विश्व में नहीं है तथा भारत देश के लिए गौरव की बात है। श्री राधा जी की प्रतिमा उसी समय वाराणसी से बनवा कर लाई गई और यहां स्थापित की गई। यहां पर शंकर जी का मंदिर भी बना हुआ है, जो बहुत सुंदर है। आप यहां पर आकर श्री कृष्ण जी के दर्शन कर सकते है।
ऐतिहासिक भीम चूल्हा गढ़वा - Historical Bhim Chulha Garhwa
ऐतिहासिक भीम चूल्हा गढ़वा जिले के पास घूमने के लिए एक मुख्य जगह है। यहां एक धार्मिक स्थल है। यहां पर प्राचीन समय में पांडव वनवास काल के दौरान यहां पर भ्रमण किए थे और यहां पर खाना बनाया था। यह जगह मोहम्मद गंज में स्थित है। यहां पर आकर आपको बहुत अच्छा लगेगा, क्योंकि यहां पर कोयल नदी बहती है और कोयल नदी के किनारे यह जगह स्थित है। यहां पर पहाड़िया है। यहां पर भीम बैराज बना हुआ है।
यहां पर आपको पातालपुरी मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर वॉच टावर बना हुआ है, जहां से आप दूर दूर तक के सुंदर दृश्य को देख सकते हैं। यहां एक चट्टान को पेंट किया गया है और हाथी का आकार दिया गया है, जो बहुत ही सुंदर लगते हैं। यहां पर आपको रेलवे की टनल देखने के लिए मिलती है, जो अंडर ग्राउंड है। यहां पर आपको पांडव प्रतिमाएं भी देखने के लिए मिलती है। आप इस जगह पर आकर आनंद का अनुभव कर सकते हैं। यहां पर भीम और नकुल जी के चरण चिन्ह देखने के लिए मिलते हैं, जो एक बड़ी सी चट्टान में उभरे हुए हैं। इन चरण चिन्ह को संरक्षित करके रखा गया है। यहां पर आप कोयल नदी पर बोटिंग का मजा भी ले सकते हैं।
भीम बैराज गढ़वा - Bhim Barrage Garhwa
भीम बैराज गढ़वा जिले के पास घूमने के लिए मुख्य स्थान है और यह बैराज कोयल नदी पर बना हुआ है। यह बैराज बहुत सुंदर है। यहां पर चारों तरफ पहाड़ियां देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको पहाड़ियों का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। आप यहां पर आकर अच्छा अनुभव कर सकते हैं।
यह बैराज गढ़वा और पलामू जिले को जोड़ता है। इस बैराज में 40 बड़े पिलर देखने के लिए मिलते हैं, जिनके ऊपर यह बैराज खड़ा हुआ है। इस बैराज के पास ही में भीम चूल्हा टूरिस्ट प्लेस देखने के लिए मिलता है। शाम के समय यहां पर बहुत ही सुंदर सनसेट का दृश्य देखने के लिए मिलता है।
सतबहिनी झरना गढ़वा - Satbahini Waterfall Garhwa
सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल गढ़वा का टूरिस्ट प्लेस है। यह गढ़वा जिले का एक पर्यटन स्थल है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। यहां पर आपको एक सुंदर जलप्रपात देखने के लिए मिलता है। यहां पर एक बड़ी सी चट्टान में पानी बहता है और बहुत सुंदर लगता है। झरने के पास में ही मंदिर बना हुआ है, जो बहुत सुंदर है और इस मंदिर में आप पुल के माध्यम से आ सकते हैं। इस जगह पर और भी बहुत सारे मंदिर बने हुए हैं। यहां पर आपको श्री गणेश जी का मंदिर, हनुमान जी का मंदिर, शिव शंकर जी का मंदिर, सूर्य भगवान जी का मंदिर, भैरव मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर सतबहिनी मां का प्राचीन मंदिर है। यहां पर माता सतबहिनी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। माता के दर्शन करके बहुत अच्छा लगता है।
यहां पर छठ के समय बहुत सारे लोग आकर छठ पूजा करते हैं। यहां पर बहुत सारे लोग आते हैं। इस समय यहां पर बहुत भीड़-भाड़ रहती है। यहां पर आप झरने में नहाने का भी आनंद ले सकते हैं। यहां मकर संक्रांति के अवसर पर बहुत बड़ा मेला लगता है, जिसमें दूर दूर से लोग घूमने के लिए आता है और इस मेले में बहुत सारी दुकानें और झूले भी लगते हैं, जिसमें लोग इंजॉय करते हैं। सतबहिनी झरना तीर्थ गढ़वा जिले में कुंडी ब्लॉक में स्थित है।
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