देवघर जिला के दर्शनीय स्थल - places to visit in Deoghar / देवघर जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
देवघर झारखंड राज्य का एक प्रमुख जिला है। देवघर झारखंड की राजधानी रांची से करीब 322 किलोमीटर दूर है। देवघर जिला मुख्य रूप से भगवान शिव के मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। इस जिले में बाबा वैद्यनाथ धाम में स्थित है। इस मंदिर में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक विराजमान है। इस मंदिर में पूरे देश से लोग आते हैं। यह मंदिर प्राचीन है। देवघर जिले का, जो नाम है। वह भी बहुत अद्भुत है। देवघर का मतलब होता है - देवताओं का घर। यहां पर बहुत सारे मंदिर है और मुख्य मंदिर बाबा बैजनाथ धाम है। इसलिए इसे देवघर के नाम से जाना जाता है। देवघर में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - देवघर में घूमने लायक कौन कौन सी जगह है।
देवघर में घूमने की जगह - Deoghar mein ghumne ki jagah
बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर - Baba Baidyanath Dham Deoghar
बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। बाबा बैजनाथ धाम पूरे देश में प्रसिद्ध है और पूरे देश से लोग बाबा बैद्यनाथ धाम के दर्शन करने के लिए आते हैं। बाबा बैद्यनाथ धाम 12 ज्योतिर्लिंग से एक है और यह नौवां ज्योतिर्लिंग है। कहा जाता है, कि इस ज्योतिर्लिंग की स्थापना भगवान विष्णु के द्वारा की गई थी। बाबा बैद्यनाथ धाम परिसर में आपको हनुमान मंदिर, सूर्य नारायण मंदिर, बगलामुखी माता मंदिर, सीताराम मंदिर, काल भैरव मंदिर, ब्रह्मा मंदिर, जगत जननी माता मंदिर, दुर्गा जी का मंदिर, नर्मदेश्वर महादेव मंदिर और भी बहुत सारे मंदिर देखने के लिए मिलते हैं।
बाबा बैद्यनाथ धाम एक शक्तिपीठ भी है। यहां पर पार्वती माता का हृदय गिरा था। बाबा बैजनाथ परिसर में ही मां पार्वती मंदिर बना हुआ है। यहां पर आपको बाबा बैजनाथ नाथ के दर्शन करने के लिए मिलते हैं, जो बहुत ही अद्भुत लगते हैं।
बाबा बैद्यनाथ धाम झारखंड के देवघर में स्थित है। यह मंदिर मुख्य शहर में स्थित है। आप इस मंदिर में आराम से पहुंच सकते हैं और मंदिर में बाबा बैजनाथ के दर्शन कर सकते हैं। मंदिर के आसपास ठहरने के लिए बहुत सारे होटल और धर्मशालाएं मिल जाती है, जहां पर आप रुक सकते हैं। मंदिर के बाहर आपको बहुत सारी दुकानें मिलती है, जहां पर आपको प्रसाद मिलता है।
यहां पर बहुत सारे रीति रिवाज भी किए जाते हैं। यहां पर मुंडन एवं अन्य तरह के रीति रिवाज किए जाते हैं। यहां आकर आपको बहुत अच्छा लगेगा। यहां पर सावन सोमवार में कांवरिया में जल भरकर बहुत सारे लोग भगवान शिव को अर्पित करने के लिए आते हैं। यहां पर लाखों श्रद्धालु सावन सोमवार के समय आते हैं। महाशिवरात्रि के समय भी यहां पर बहुत भीड़ रहती है और मेला लगता है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं और इस जगह को देख सकते हैं। यह देवघर में घूमने की सबसे अच्छी जगह है।
शिवगंगा कुंड देवघर - Sivaganga Kund Deoghar
शिवगंगा कुंड देवघर जिले का एक मुख्य धार्मिक स्थल है। यह एक पवित्र कुंड है। यह कुंड बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर से थोड़ी दूरी पर स्थित है। यह कुंड बहुत सुंदर है। इस कुंड में लोग स्नान करके भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए जाते हैं। कुंड के पास ही में भगवान भोलेनाथ की एक बड़ी प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां आकर बहुत अच्छा लगता है। कुंड के पास में ही मंदिर पर बना हुआ है, जिसे आप घूम सकते हैं। यह देवघर में घूमने लायक जगह है।
नंदन पहाड़ी और पार्क देवघर - Nandan Pahari And Park Deoghar
नंदन पहाड़ी और पार्क देवघर जिले का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यहां पर आपको एक छोटी सी पहाड़ी देखने के लिए मिलती है और यहां पर पार्क भी बनाया गया है। यहां पर बच्चे और वयस्क दोनों के मनोरंजन के लिए बहुत सारी वस्तुएं हैं। नंदन पहाड़ी पर आपको हॉन्टेड हाउस, बूट हाउस, मिरर मेज, देखने के लिए मिल जाता है। यहां पर नौकायान का भी मजा ले सकते हैं।
नंदन पहाड़ी पर बहुत सारे मंदिर है। यहां पर शिव मंदिर, नंदी मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर, मां काली मंदिर, लक्ष्मी मंदिर, शीतला माता मंदिर, गणेश जी का मंदिर और भी बहुत सारे मंदिर बने हुए हैं। यहां पर आपको मानव खोपड़ी की एक आकृति भी देखने के लिए मिलती है। यहां पर बहुत सारे झूले और फिसल पट्टी है। पार्क के अंदर ही आपको एक फिश एक्वेरियम देखने के लिए मिलता है, जिसमें बहुत सारी मछलियों को रखा गया है।
नंदन पहाड़ी पार्क में बहुत सारे एनिमल के स्टेचू देखने के लिए मिलते हैं। पार्क के अंदर एक कैंटीन है, जहां पर आपको खाने पीने का सामान मिल जाता है। यह जगह बहुत सुंदर है और हरियाली से घिरी हुई है। यहां पर प्रवेश के लिए टिकट लिया जाता है। यहां पर आप टॉय ट्रेन में राइड का मजा ले सकते हैं, जिसका चार्ज लिया जाता है। शाम के समय यहां पर सनसेट का दृश्य भी देखने लायक रहता है। यह देवघर में घूमने वाली मुख्य जगह है।
त्रिकूट पहाड़ देवघर - Trikoot Pahar Deoghar
त्रिकूट पहाड़ देवघर का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यहां पर आपको एक पहाड़ी देखने के लिए मिलती है। पहाड़ी की चोटी पर भगवान शिव का मंदिर बना हुआ है। इस पहाड़ी को त्रिकूट पहाड़ी इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इस पहाड़ी में 3 चोटी देखने के लिए मिलती है। इसलिए इसका नाम त्रिकूट रखा गया है। यह देवघर से करीब 10 किलोमीटर दूर है। आप यहां पर गाड़ी या कार से पहुंच सकते हैं। त्रिकूट पहाड़ी तक आने के लिए अच्छी सड़क व्यवस्था उपलब्ध है।
त्रिकूट पहाड़ी की चोटी तक पहुंचने के लिए, यहां पर सीढ़ियां और रोपवे की सुविधा उपलब्ध है। आप अगर रोपवे से आते हैं, तो आपका चार्ज लिया जाता है। अगर आप सीढ़ियों से जाएंगे, तो आपको बहुत मजा आएगा और यह आपका एक एडवेंचर टूर हो जाएगा।
त्रिकूट पहाड़ी पर आश्रम बना हुआ है। यहां पर बहुत सारे बंदर भी है। त्रिकूट पहाड़ी पर आप बरसात के समय घूमने के लिए आएंगे, तो आपको बहुत अच्छा लगेगा। बरसात में यहां पर चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। यह जगह बहुत सुंदर है और आप यहां पर आकर आनंद का अनुभव कर सकते हैं।
नौलाखा मंदिर देवघर - Naulakha Temple Deoghar
नौलाखा मंदिर देवघर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर पूरे राज्य में प्रसिद्ध है। यह मंदिर लाल बलुआ पत्थर से बना हुआ है। मंदिर की दीवारों और स्तंभों में सुंदर काम किया गया है, जो बहुत सुंदर लगता है। यह मंदिर राधा और कृष्ण जी को समर्पित है। इस मंदिर की ऊंचाई 146 फीट है। मंदिर का शिखर बहुत सुन्दर है।
इस मंदिर को बनाने में नौ लाख रूपए लगाए थे। इसलिए इस मंदिर को नौलाखा मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर वेल्लूर के रामकृष्ण मंदिर से काफी मिलता-जुलता है। इस मंदिर का निर्माण पश्चिम बंगाल के कोलकाता में पथुरिया घाट राजा के परिवार की रानी चारुशीला द्वारा करवाया गया था। उन्होंने इस मंदिर का निर्माण अपने पति और बेटे की याद में करवाया था। यह मंदिर वैद्यनाथ मंदिर से करीब 2 किलोमीटर दूर है। यहां पर आकर अच्छा लगता है। मंदिर के बाहर गार्डन बना हुआ है। यह देवघर में घूमने लायक जगह है।
हाथी पहाड़ देवघर - Hathi Pahar Deoghar
हाथी पहाड़ देवघर जिले का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। हाथी पहाड़ देवघर में, महादेवातरी में स्थित है। यहां पर आपको एक बड़ी सी चट्टान देखने के लिए मिलती है, जो हाथी की तरह लगती है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और इस चट्टान को देख सकते हैं। यहां पर आपको शिव भगवान का मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां शिव भगवान जी की मूर्ति भी विराजमान है। मंदिर के गर्भ गृह में शिवलिंग विराजमान है। यहां आकर बहुत अच्छा लगता है।
सत्संग आश्रम देवघर - Satsang Ashram Deoghar
सत्संग आश्रम देवघर का एक मुख्य स्थल है। यह एक धार्मिक स्थल है। इस आश्रम की स्थापना अनुकुलचंद्र द्वारा की गई थी। यह आश्रम देवघर मुख्य शहर में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। आपको यहां पर आकर शांति मिलेगी। यहां पर सभी तरह के लोग घूमने के लिए आ सकते हैं। यह जगह बहुत अच्छी है। अनुकुलचंद्र एक संत के समान थे और उनका जन्म 14 सितंबर 1888 को हुआ था।
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