सहस्त्रधारा जलप्रपात महेश्वर खरगोन
Sahastradhara Waterfall Maheshwar Khargone
सहस्त्रधारा महेश्वर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह नर्मदा नदी पर बना हुआ एक सुंदर झरना है। यह झरना नर्मदा नदी में चट्टानों पर बना हुआ है। यह झरना ज्यादा ऊंचा नहीं है। मगर यह पूरी नर्मदा नदी में फैला हुआ है। यहां पर नर्मदा नदी 1000 धाराओं में विभक्त होकर बहती है। इसलिए इस झरने को सहस्त्रधारा झरने के नाम से जाना जाता है और आपको यहां पर छोटे-छोटे झरने देखने के लिए मिल जाते हैं। नर्मदा नदी के किनारे, यहां पर बहुत सारे लोग बैठकर नहा रहे थे और झरने का लुफ्त उठा रहे थे। यहां पर ज्यादा गहरा नहीं है। मगर कहीं कहीं पर बहुत ज्यादा गहरा है। यहां पर आकर चट्टानों में बैठकर नर्मदा नदी का दृश्य देखने का अनुभव अलग ही रहता है। हम लोग भी यहां पर आकर चट्टानों में कुछ देर बैठे रहे। यहां पर बहुत शांति मिलती है। पानी के बहने की आवाज बहुत ही अच्छी लग रही थी। यहां पर साल भर में कभी भी घूमने के लिए आया जा सकता है और यहां का दृश्य बहुत ही मजेदार था।
हमारी महेश्वर की यात्रा में हम लोग सहस्त्रधारा जलप्रपात भी घूमने के लिए गए थे। यह जलप्रपात महेश्वर से करीब 5 किलोमीटर दूर नर्मदा नदी पर बना हुआ है। हम लोग महेश्वर नगर का महेश्वर घाट, महेश्वर का किला और महेश्वर के मंदिर घूमने के बाद सहस्त्रधारा जलप्रपात में घूमने के लिए गए थे। हम लोग महेश्वर का किला घूमने के बाद, महेश्वर की जो बाजार रहती है। वहां से निकल रहे थे। तो यहां पर बहुत सारी दुकानों में महेश्वर की साड़ियां बहुत ही सस्ते रेट में सेल लगाकर लोग बेच रहे थे। यहां पर 200, 300 और 400 की सेल में साड़ियां मिल रही थी। साड़ियों की क्वालिटी, उनके दाम के अनुसार थी और महंगी साड़ी की क्वालिटी और उसमें जो काम किया गया था। वह बहुत ही अच्छा था। हम लोगों ने भी यहां पर एक साड़ी ली, जो बहुत अच्छी थी और पूरी साड़ी में काम था। यहां पर बहुत अच्छी-अच्छी साड़ियां मिलती हैं और आप बारगेन करना चाहते हैं, तो बारगन करके अच्छी साड़ी ले सकते हैं। हम लोगों ने बारगेन वगैरह नहीं करें। क्योंकि हम लोगों को बहुत लेट हो रहा था। इसलिए हम लोग साड़ी लिए और पैसे दिए और चल दिए।
हम लोग साड़ी खरीद कर सहस्त्रधारा जलप्रपात देखने के लिए चल दिए। सहस्त्रधारा जलप्रपात की तरफ जाने वाली, जो सड़क है। वह बहुत ही अच्छी है और सड़क के दोनों तरफ हम लोगों को खेत देखने के लिए मिले। यहां पर मुख्य तौर पर कपास की खेती बहुत ज्यादा होती है। यहां पर बहुत सारे खेतों में कपास के पेड़ ही देखने के लिए मिलते हैं। इसके अलावा यहां पर दाल की खेती भी देखने के लिए मिल रही थी। हम लोगों को यहां पर ऊंट भी देखने के लिए मिले थे। एक कबीले के लोग यहां पर ऊंट लेकर आए थे। यहां पर करीब 4 से 5 ऊंट थे। हम लोग इन सभी दृश्यों का आनंद उठाते हुए, सहस्त्रधारा के पास पहुंच गए। यहां पर हम लोग को दत्ता धाम मंदिर देखने के लिए मिला। दत्ता धाम मंदिर के ठीक सामने से सहस्त्रधारा जलप्रपात के लिए सड़क जाती है। हम लोग पहले सहस्त्रधारा जलप्रपात घूमने के लिए गए।
सहस्त्रधारा जलप्रपात की तरफ जाने वाली सड़क थोड़ी सी कच्ची थी और यह सड़क सीधे सहस्त्रधारा जलप्रपात तक जाती है। यहां पर हमने मुख्य सड़क में ही गाड़ी खड़ी कर दी थी। यहां पर जो मुख्य सड़क जलप्रपात तक जाती है। उसी मुख्य सड़क में सभी लोग गाड़ी खड़ी कर रहे थे। इसलिए हम लोगों ने भी अपनी गाड़ी वहीं पर खड़ी कर दी, क्योंकि बाकी सब जगह पर चट्टाने थी। यहां पर सड़क के किनारे दुकान लगी थी। दुकान में बहुत सारा सामान मिल रहा था। यहां पर खाने पीने का सामान और नर्मदा जी की पूजा के लिए सामान मिल रहा था। यहां पर नींबू पानी भी मिल रहा था।
चट्टानों से होकर हम लोग सहस्त्रधारा जलप्रपात पर पहुंचे। यहां पर छोटे-छोटे बहुत सारे जलप्रपात देखने के लिए मिल रहे थे, जो बहुत ही सुंदर लग रहे थे। यहां पर हम लोग चट्टान के किनारे बैठे और कुछ देर यहीं पर हम लोगों ने समय बिताया। यहां पर बहुत सारे लोग थे, जो छोटी-छोटी चट्टान में बैठकर नहा रहे थे और यहां पर ज्यादा गहरा तो नहीं था। मगर फिर भी संभल के रहने की जरूरत रहती है, क्योंकि कहीं कहीं पर यहां पर फिसलन बहुत थी। मगर फिर भी यह जगह बहुत सुंदर लग रही थी। यहां पर मंदिर वगैरह कुछ नहीं था और यहां पर लोग आते हैं और चट्टानों में बैठकर या नर्मदा जी में स्नान करके अपना समय बिताते हैं। यहां पर कुछ लोग तो चट्टानों के ऊपर लेट गए थे और पानी बह रहा था। यहां पर बहुत सारे लोग प्रसाद अगरबत्ती लेकर भी आ रहे थे और नर्मदा नदी के किनारे पूजा कर रहे थे। यहां पर एक पत्थर में मूर्ति बने हुए थी और वह नर्मदा नदी के किनारे चट्टानों में ही रखी हुई थी। यहां पर हम लोगों ने बहुत अच्छा समय बिताया। यहां पर हम लोगों ने फोटो क्लिक करें। उसके बाद हम लोग अपने आगे की यात्रा में निकल गए हैं।
सहस्त्रधारा झरना कहां पर स्थित है - Where is the Sahastradhara Waterfall
सहस्त्रधारा जलप्रपात महेश्वर का एक प्रसिद्ध जलप्रपात है। यह जलप्रपात महेश्वर नगर से करीब 5 किलोमीटर दूर है। इस जलप्रपात तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क उपलब्ध है। इस जलप्रपात तक कार और बाइक से पहुंचा जा सकता है। जलप्रपात के पास में हीं पार्किंग की व्यवस्था है। यहां पर निशुल्क पार्किंग व्यवस्था है। यहां पर आप आराम से आकर घूम सकते हैं।
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