हलाली डैम या सम्राट अशोक सागर परियोजना भोपाल - Halali Dam or Samrat Ashok Sagar Project Bhopal
हलाली बांध को सम्राट अशोक सागर परियोजना एवं हलाली परियोजना के नाम से भी जाना जाता है। यह बांध हलाली नदी पर बना हुआ है। यह बांध बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। हलाली डैम भोपाल शहर में भोपाल विदिशा राजमार्ग से करीब 10 किलोमीटर अंदर स्थित है। हलाली डैम में एमपी टूरिज्म की तरफ से रिसोर्ट बनाया हुआ है। यहां पर आप ठहर सकते हैं और वॉटर एक्टिविटी का मजा ले सकते हैं। यहां पर आप बोट राइड का मजा ले सकते हैं। हलाली डैम का दृश्य बहुत सुंदर रहता है। यहां पर अगर बरसात के समय आते हैं, तो यह डैम पानी से लबालब भरा रहता है और पानी ओवरफ्लो होकर बहता है, जो बहुत ही सुंदर दृश्य लगता है। यहां पर आगे जाते हैं, तो सुंदर झरना भी देखने के लिए मिलता है।
हलाली डैम में हम लोग अपनी स्कूटी से गए थे। हलाली डैम का रास्ता अच्छा है। हलाली डैम को जाने वाली सड़क पक्की है और आप यहां पर कार और बाइक से आराम से जा सकते हैं। हलाली डैम की तरफ जाने वाली रोड में हम लोगों को कुछ दूर तक गांव देखने के लिए मिला और कुछ दूर तक हम लोगों को जंगल का एरिया देखने के लिए मिला। अगर आप बरसात के समय आएंगे, तो यहां पर चारों तरफ हरियाली रहती है और मजा आता है। हम लोग हलाली डैम पहुंचे, तो यहां पर एक रास्ता हलाली डैम की तरफ जा रहा था और एक रास्ता रिसोर्ट की तरफ जा रहा था। यहां पर एमपी टूरिज्म की तरफ से रिसोर्ट बना हुआ है।
अगर आप हलाली जलाशय में बोटिंग करना चाहते हैं। तो आप एमपी टूरिज्म रिसोर्ट की तरफ जा सकते हैं। यहां पर बोटिंग की सुविधा और खाने पीने की फैसिलिटी उपलब्ध है। यहां पर आप अलग-अलग बोट का मजा ले सकते हैं। एमपी टूरिज्म रिसोर्ट में आपके ठहरने के लिए और खाने की व्यवस्था भी है। अगर आप यहां पर ठहरना चाहते हैं, तो ठहर सकते हैं। यहां पर सीधा रास्ता डैम की तरफ जाता है। हम लोग हलाली डैम की तरफ घूमने के लिए चले गए। यहां पर, जो सड़क है। वह बहुत ज्यादा सकरी है और कच्ची है।
हम लोग हलाली रिज़रवोइर की तरफ घूमने जाने लगे। यहां पर रिसोर्ट की जगह पर, जहां से बोटिंग के लिए बोट मिलती है। वहां पर पूरी जलकुंभी फैली हुई थी। हम लोग डैम के आगे तरफ गए, तो हमें हलाली बांध का सुंदर नजारा देखने के लिए मिला। हम लोग और आगे गए , तो हमें जहां से पानी बहता है। वहां का दृश्य देखने के लिए मिला। यहां पर पुल बना हुआ था और यहां से वाहन बस, कार या बाइक गुजरती रहती है। यहां पर जहां से पानी बहता है। वहां पर बहुत सारे बंदर बैठे हुए थे। यहां पर बरसात के समय बहुत ही सुंदर दृश्य रहता है। यहां पर पूरी चट्टानें थी और बरसात के समय जब हलाली डैम पूरी तरह पानी से भर जाता है, तो यहां से पानी बहता है, जो बहुत ही अच्छा लगता है।
यहां पर हम लोगों को बंदर भी देखने के लिए मिले हैं। यहां पर एक बंदर बहुत तेजी से हम लोग की तरफ आ रहा था। उसने सोचा हम लोगों ने कुछ खाने के लिए लाए होंगे। इसलिए वह हम लोगों के पास आ रहा था। मगर हम लोगों ने यहां पर कुछ खाने के लिए नहीं ले गए थे। हम लोग यहां पर कुछ देर खड़े रहे और यहां के सुंदर दृश्य को देखते रहे। हलाली डैम में शाम के समय सूर्यास्त का दृश्य बहुत ही जबरदस्त लगता है। शाम के समय सूरज पूरी तरह लाल हो गया था और चारों तरफ लालिमा भी बिखरे हुए था। यहां पर बहुत अच्छा लग रहा था। हम लोगों ने यहां पर फोटो खिंची।
उसके बाद हम लोग वापस एमपी टूरिस्ट रिसोर्ट की रोड में आ गए। यहां पर एक छोटी सी दुकान थी, जहां पर हम लोगों ने चाय पी। यहां पर पेट्रोल पंप नहीं है, तो यहां पर दुकान में पेट्रोल भी दिया जा रहा था। मगर यहां का पेट्रोल थोड़ा महंगा था। पेट्रोल पंप मुख्य विदिशा भोपाल हाईवे रोड में ही मिलता है। इसलिए कई लोगों के पास पेट्रोल नहीं रहता है , तो वह यहां से भी पेट्रोल ले जाते हैं। हम लोगों ने यहां पर चाय पी। कुछ देर 10-15 मिनट यहां पर रुके। उसके बाद हम लोग भोपाल के लिए निकल गए।
हलाली नदी (हलाली डैम) का इतिहास - History of Halali River (Halali Dam)
हलाली नदी का इतिहास बहुत ही रोचक है। हलाली का मतलब होता है - खून की नदी
इतिहास में इस नदी में बहुत खून बहा है। इस नदी का संबंध दोस्त मुहम्मद खा से रहा है। हलाली नदी का नाम धोखे और विश्वासघात का प्रतीक है। क्योंकि यहां पर प्राचीन समय में धोखा दिया गया था। जगदीशपुर के राजा देवरा चौहान एक बहुत ही शक्तिशाली राजा थे। 1715 ईसवी में जगदीशपुर के राजा देवरा चौहान को दोस्त मुहम्मद खां दोस्ती का हाथ मिलने के लिए हलाली नदी के किनारे पर बुलाया था। यहां पर दोनों तरफ के लोग आए थे और हलाली नदी जिसे प्राचीन समय में बेस नदी कहा जाता था, नदी के किनारे टेंट लगाया गया था। मगर यहां पर दोस्त मुहम्मद खां ने धोखे से राजा देवरा चौहान को मरवा दिया। जिससे बेस नदी का पानी खून से लाल हो गया और इस नदी का नाम हलाली नदी रख दिया गया। इस तरह से हलाली नदी का इतिहास खून से रंगा हुआ है।
हलाली बांध कहां पर स्थित है - Where is Halali Dam located?
हलाली बांध भोपाल शहर का एक मुख्य स्थल है। हलाली बांध विदिशा भोपाल राजमार्ग में स्थित है। यहां पर जाने के लिए अच्छी सड़क है। यह भोपाल विदिशा राजमार्ग से करीब 10 किलोमीटर अंदर स्थित है। यहां पर गाड़ी की पार्किंग के लिए अच्छी सुविधा उपलब्ध है।
हलाली बांध भोपाल की फोटो - Photos of Halali Dam Bhopal
हलाली बांध का सुंदर दृश्य |
एमपी टूरिज्म का रिसोर्ट |
सूर्यास्त का सुंदर दृश्य |
सूर्यास्त का सुंदर दृश्य |
जिला संग्रहालय (डिस्ट्रिक्ट म्यूजियम) विदिशा
रानी दुर्गावती संग्रहालय जबलपुर
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