भरतकूप मंदिर चित्रकूट - Bharatkoop Mandir Chitrakoot / Bharat Koop Chitrakoot / चारों भाइयों का मंदिर
भरतकूप चित्रकूट के पास में स्थित एक धार्मिक जगह है। यहां पर आपको चारों भाइयों का मंदिर देखने के लिए मिलता है अर्थात यहां पर आपको श्री राम जी, लक्ष्मण जी, भरत जी और शत्रुघ्न जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको एक कुआं भी देखने के लिए मिलता है। जिसके बारे में कहा जाता है, कि इस कुएं में भरत जी ने सभी पवित्र जल स्त्रोत का जल लाकर इस कुआँ में डाला था।
इस कुएं के बारे में लोगों की मान्यता यह है, कि इस कुएं का जल बहुत ज्यादा पवित्र है और इस कुएं के जल से अगर आप स्नान करते हैं, तो आपके जो भी रोग रहते हैं। वह नष्ट हो जाते हैं। इस कुआँ के जल को लोग पीते हैं और अपने साथ शीशी में भरकर लेकर जाते हैं। भरत जी ने सभी तीर्थ स्थलों के पवित्र जल को इस कुआ में डाला था। इसलिए इस कुएं को भरतकूप के नाम से जाना जाता है।
कहा जाता है कि प्राचीन समय में भरत जी, श्री राम जी के राज अभिषेक के लिए यह जल सभी पवित्र तीर्थों से इकट्ठा किए थे। मगर राम जी अयोध्या वापस नहीं लौटे, तो ऋषि अत्री के कहने पर भरत जी ने सभी पवित्र तीर्थों का जल कुएं में ही डाल दिया। इस कुएं के जल में सभी पवित्र तीर्थों का जल मिला हुआ है। इसलिए यह जल सबसे पवित्र है और यह जल मीठा है और इस जल में बीमारियों से लड़ने की शक्तियां भी है।
आप जब भरतकूप मंदिर में आते हैं, तो आपको यहां पर चार भाइयों का मंदिर देखने के लिए मिलता है। इस मंदिर का नाम भी चार भाइयों का मंदिर ही है। मंदिर के अंदर आपको श्री राम जी, लक्ष्मण जी, भरत जी और शत्रुघ्न जी की बहुत ही प्यारी प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। मंदिर बाहर से भी देखने में बहुत ही खूबसूरत है।
भरतकूप मंदिर के बाहर आपको प्रसाद की दुकानें देखने के लिए मिलते हैं। आप यहां से प्रसाद चढ़ाने के लिए खरीद सकते हैं। प्रसाद की दुकानों में आपको ज्यादातर प्लास्टिक की बोतल देखने के लिए मिलती हैं। प्लास्टिक की बोतलें लोग लेते हैं और उसमें कुए का जल भरकर अपने घर लेकर जाते हैं। हम लोगों ने भी एक बोतल यहां से ली थी। हम लोगों ने 2 लीटर की बोतल ली थी, जो 20 रूपए की आई थी। उसमें हम लोगों ने जल भरकर अपने घर तक लाया है।
हम लोग सबसे पहले भरतकूप मंदिर में जाकर भगवान श्री राम जी, लक्ष्मण जी, भरत जी और शत्रुघ्न जी के दर्शन किए और उसके बाद हम लोगों ने मंदिर की परिक्रमा किया। मंदिर की परिक्रमा करने के बाद हम लोग भरतकूप के पास आए। जब हम लोग भरत कूप घूमने के लिए गए थे। तब यहां पर काम चल रहा था। भरतकूप के मरम्मत का काम चल रहा था।
भरतकूप टीन के शेड से ढका हुआ है। ताकि इसमें कोई भी पत्ता ना गिरे। भरतकूप के पास हम लोगों को एक बाल्टी देखने के लिए मिली। इस बाल्टी को आप कुएं में डाल कर पानी निकाल सकते हैं और आपके पास जो भी बर्तन हो, या प्लास्टिक की बोतल हो आप उसमें भर सकते हैं। हम लोग ने भी इस बाल्टी को कुएं में डाल कर पानी निकाला और अपनी बोतल भर लिए। हम लोगों ने पानी पिया और अपने ऊपर छिड़का।
भरतकूप के पास ही में आपको बहुत सारे भगवान की प्रतिमाएं देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको हनुमान जी की प्रतिमा देखने के लिए मिल जाती है और शंकर जी के शिवलिंग देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर एक बड़ा सा पीपल का वृक्ष है। पीपल के वृक्ष के नीचे ही भरतकूप स्थित है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। बहुत शांति मिलती है।
भरतकूप मंदिर के बाहर ही आपको एक होटल देखने के लिए मिलती है। अगर आप सुबह जल्दी निकल जाते हैं। कुछ खा कर नहीं आते हैं, तो आप इस होटल में जाकर खा सकते हैं। जैसे हम लोग सुबह जल्दी घूमने के लिए आ गए थे, क्योंकि हमारे ऑटो वाले ने बोला था, कि आप जल्दी आ जाएगा। तभी आप सभी जगह घूम पाएंगे, तो हम लोगों ने इस होटल में जाकर चाय पिया और समोसे खाए। समोसे बहुत ज्यादा गर्म थे। मगर बहुत अच्छे लगे, खाने में। आप भी यहां पर आकर चाय और समोसे का आनंद ले सकते हैं। भरतकूप में आकर हम लोगों को बहुत अच्छा लगा। यहां पर एक मंदिर का निर्माण भी चल रहा है। आने वाले समय में यहां पर मंदिर बन जाएगा।
भरतकूप चित्रकूट की फोटो
Photo of Bharatkoop Chitrakoot
भरतकूप - चमत्कारी कुआं |
भरतकूप परिसर में बन रहा नया मंदिर |
भरतकूप कुआं के पास स्थित शिवलिंग |
भरतकूप परिसर में स्थित प्रसाद की दुकान |
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