Pachmarhi Nagdwar Yatra || Nagdwar status || Nagpanchami fair in Pachmarhi || Accommodation arrangement in Nag Panchami Mela
पचमढ़ी नागद्वार यात्रा
नागद्वार (Nagdwar) एक ऐसी दुनिया जो पूरी तरह से अलग है, नागद्वार (Nagdwar) को आप एक तरह से प्रकृति खूबसूरती का स्वर्ग कहा जा सकता है। नागद्वार पचमढ़ी में स्थित है। नागद्वार (Nagdwar) जाने के लिए आपको पूरा रास्ता जंगल का मिलता है। यह आपके लिए एक एडवेंचर ट्रिप हो जाता है क्योकि यह जो पूरा रास्ता वह कच्चा और पहाडी रास्ता है जिनसे चलकर आपको पैदल मजा आ जायेगा। आपको नागद्वार (Nagdwar) में पूरा वातावरण प्राकृतिक मिलेगा यह पूरा जंगल का एरिया है, यहां पर किसी भी तरह की सुविधाएं नहीं है। नागद्वार एक ऐसी दुनिया जो शहर की भीड़ भरी लाइफ से आपको एक सुकून भरा समय बिताने का मौका देती है। यह का प्राकृतिक वातावरण आपको आकर्षित करता है।
नागद्वार (Nagdwar) में जाने के लिए साल में सिर्फ 10 दिन का समय मिलता है, बाकि दिन में इस जगह में जाने मे पाबंदी है। नाग पंचमी के 10 दिन पहले से ही इस जगह जाने के लिए परमिशन मिल जाती है, और लोग दूर-दूर से इस जगह में जाने के लिए आते हैं।
नागद्वार (Nagdwar) में नाग देवता का बहुत ही रहस्यमय मंदिर है, इस मंदिर में लोगों की इच्छा पूरी होती है । यहां पर नाग देवता के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं और लोग 18 किमी का रास्ता पैदल चलकर इस मंदिर तक पहॅुचते है।
Padmshesh Temple |
Pachmarhi Natural Beauty |
नागद्वार की स्थिाति (Nagdwar status)
नागद्वार (Nagdwar) पचमढ़ी में स्थित है । पचमढ़ी मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है। पचमढ़ी होशंगाबाद जिले में स्थित है। होशंगाबाद मध्य प्रदेश का एक जिला है। पचमढ़ी को सतपुड़ा की रानी कहा जाता है। नागद्वार (Nagdwar) सतपुडा टाइगर रिजर्व के घने जंगलों के बीच में स्थित है। यह पर चारों तरफ जंगल है। यहां पर किसी भी तरह की सड़क नहीं है, और ना ही किसी तरह की सुविधाएं हैं कि आप नागद्वार (Nagdwar) तक आसानी से पहुंच सके, यहां पर जो रास्ता है, वह भी पथरीला रास्ता है, कहीं-कहीं पर उबड़ खाबड़ है, तो कहीं कहीं पर बड़ी-बड़ी चट्टानें हैं। इन रास्तों से होते हुए आप नागद्वार (Nagdwar) के प्रसिध्द नागदेवता के मंदिर तक पहुंच जाते हैं। नागद्वार (Nagdwar) में पद्मशेष मंदिर बहुत प्रसिध्द है, इस मंदिर में बहुत ज्यादा भीड रहती है। नागद्वार (Nagdwar) के मंदिरों के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं बच्चे बूढ़े और जवान सभी तरह के लोग आपको इस यात्रा में देखने मिल जाते हैं। सभी लोग भोले बाबा का जयकार लगाते हुए नागद्वार की यात्रा करते है।
नागद्वार (Nagdwar) की पहुॅचने के लिए आपको पहले पचमढ़ी आना होता है और पचमढ़ी पहुंचने के लिए सबसे अच्छा माध्यम रेल मार्ग है। आप रेलमार्ग के द्वारा पिपरिया पहुंचते हैं, फिर पिपरिया से आप बस के द्वारा पचमढ़ी पहुंच सकते हैं। पचमढ़ी पहुंचकर आपको नागद्वार (Nagdwar) में जाने के लिए जिप्सी मिल जाती है।
Pachmarhi Natural Beauty |
Pachmarhi Natural Beauty |
Nagdwar Yatra |
पचमढ़ी में नागपंचमी का मेला (Nagpanchami fair in Pachmarhi)
नागपंचमी के समय पचमढ़ी में विशाल मेले का आयोजन होता है। नाग पंचमी के समय पचमढ़ी में बहुत ज्यादा भीड रहती है क्योकि यहां पर मेला लगता है। पचमढ़ी में नागपंचमी के समय लोगों लाखों की संख्या में एकत्र होते है। पचमढ़ी की रोड में आपको विभिन्न प्रकार के दुकानें देखने मिल जाती है और पचमढ़ी के मार्केट एरिया में भी बहुत सारी दुकान लगती है, यहां पर विशेषकर हम लोगों ने उनी कपडों का मार्केट देख । पचमढ़ी में नागपंचमी के समय उनी कपडे सस्ते दामों पर मिल जाते है। इसके अलावा आपको यहां पर और भी बहुत सी दुकाने देखने मिल जाती है जैसे कपडे की दुकान, ज्वेलरी की दुकानें, जूते चप्पल की दुकानें, और भी बहुत सी दुकानें मिल जाती है। यहां पर आपको जूते चप्पल भी अच्छे दामों पर मिल जाते है। हम लोगों ने यहां से जूते और चप्पल लिया था वो अभी तक चल रही है, यहां पर हम जूते और चप्पल दोनों ही 50 रू में मिले थे।
पचमढ़ी में नागपंचमी के मेले के दौरान रहने की व्यवस्था (Accommodation arrangements during Nagpanchami fair in Pachmarhi)
नागपंचमी के मेले के समय पचमढ़ी में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैंए नागाद्वार (Nagdwar) जाने के लिए। पचमढ़ी में बहुत ज्यादा भीड़ होती है। पचमढ़ी में बहुत सारे होटल है मगर नाग पंचमी के मेले के समय इन होटलों के दाम आसमान को छूते हैं मतलब यह होटल बहुत महंगे रहते हैं। जिन लोगों के पास ज्यादा पैसे नहीं रहते हैं, वह स्कूल या आश्रम में रह लेते हैं बाकी जिनके पास पैसे रहते हैं वो होटल ले सकते हैं। आपको बहुत सारे लोग ऐसे भी देखने मिल जाएंगे जो नाग पंचमी के मेले के दौरान रोड में सोते है। पचमढ़ी के मेले के समय में इन होटलों का प्राइस 1500 से उपर ही रहता है। जो लोग होटल के किराये को नहीं दे सकते है वो आश्रम या धर्मशाला में आश्रय ले लेते है। पचमढ़ी में नाग पंचमी के समय में जो भी आश्रम और धर्मशालाएं हैं वह पूरी तरह से लोगों से भरी हुई रहती हैं। नाग पंचमी के मेले के समय पचमढ़ी के जो सरकारी स्कूल रहते हैं उनमें भी बहुत भीड रहती है। लोग अपने साथ ओढने और बिछाने के लिए चादर और कंबल लेकर आते हैं और स्कूलों में जहां पर भी जगह मिलती है। वह अपने चादर और कंबल बिछाकर सो जाते हैं। नागपंचमी के समय में बारिश का मौसम रहता है तो बहुत से लोग पन्नी की बरसाती भी लेकर आते हैं। जिनको स्कूल में जगह नहीं मिलती है वो खुले आसमान के नीचे ही सो जाते हैं पन्नी ओढ़ के।
हम लोगों को भी पैसे ज्यादा खर्च नही करना था इसलिए हम लोग पहले आश्रम गए थे। आश्रम पूरी तरह लोगों से भरा हुआ था और हम लोगों को जगह नहीं मिली थी । इसके बाद हम लोग स्कूल गए थे, जगह की तलाश करने तो हमें वहां पर भी जगह नहीं मिली थी। यह पर आपको अगर जगह चहिए तो आपको पहले आना होगा अपने सुना होगा पहले आया और पहले पाये वहीं यह पर लागू होता है। हम लोगों ने बहुत से होटल में भी पूछा मगर सब का प्राइस इस मेले के दौरान बहुत हाई रहता है, बहुत से होटल घूमने के बाद हम लोगों को एक होटल मिल गया, जो कम प्राइस में था मगर उसमें सुविधाएं नहीं थी। न ही बेड अच्छा था और न ही बाॅशरूम था। बाॅशरूम के लिए हम लोगों को एक फलोर उपर जाना पडता था। इसलिए हम लोगों ने यह रूम बुक कर लिया क्योकि हम लोग को रात बिताना है, सोना बस था। दूसरे दिन हम लोग को यात्रा करने जाना था और उसके बाद अपने घर के लिए रवाना होना था। इस हिसाब से हम लोगों ने वह रूम ले लिए थे और जो भी प्राइस होटल वाले ने बताया था वो पे कर दिए था।
Nagpanchmi Mela |
Nagdwar Yatra |
Nagdwar Yatra |
पचमढ़ी में नागपंचमी के मेले के दौरान खाने की व्यवस्था (Food arrangements during Nagpanchami fair in Pachmarhi)
नागपंचमी के मेले के समय पचमढ़ी में बहुत सारे श्रध्दालु आते है। नागपंचमी के मेले के दौरान यहां पर बहुत सारे प्राइवेट होटल खुल जाते है जिसमें बहुत कम दामों पर आपको खाना मिलता है। पचमढ़ी में के इन प्राइवेट होटल में आपको दाल चावल सब्जी रोटी खाने मिल जाती है 40 से 50 रू में। नागपंचमी के मेले में पचमढ़ी में भंडारा भी मिलता है। यहां भंडारा पचमढ़ी के मुख्य बाजार से थोडी दूरी पर होता है, यहां भंडारा पचमढ़ी झील के उस पार चर्च से थोडी ही दूरी पर भंडारा आयोजित किया जाता है। यहां पर भंडारा बहुत ही स्वादिष्ट होता है। आपको यहां पर सब्जी पूडी चावल कढी खाने मिल जाती है। इसके अलावा अगर आप सुबह समय से पहूॅच जाते है तो आपको चाय नाश्ता मिल जाता है।
आपको नागद्वार (Nagdwar) की यात्रा बहुत ही रोमांचकारी लगेगी। यहां पर आपको बहुत अच्छा लगेगा। नागाद्वार (Nagdwar) पर पूरा माहौल प्राकृतिक है।
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