वाशिम जिले के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Washim / वाशिम जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
वाशिम महाराष्ट्र राज्य का प्रमुख जिला है। वाशिम महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से करीब 550 किलोमीटर दूर है। वाशिम जिले में 6 तहसीलें हैं। वाशिम जिले में सड़क माध्यम से पहुंचा जा सकता है। इस जिले में पैनगंगा नदी बहती है। वाशिम जिला विदर्भ रीजन का एक मुख्य जिला है। वाशिम जिले में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। इस ब्लॉग में हमने उन सभी जगह के बारे में बताया है। चलिए जानते हैं - वाशिम जिले में घूमने लायक कौन कौन सी जगह है।
वाशिम में घूमने की जगह - Washim mein ghumne ki jagah
श्री बालाजी मंदिर वाशिम - Shree Balaji Mandir Washim
श्री बालाजी मंदिर वाशिम जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है।
यह मंदिर मुख्य शहर में बना हुआ है। यह मंदिर प्राचीन है। यह मंदिर बहुत सुंदर है।
मंदिर के अंदर गर्भ ग्रह में बालाजी की बहुत सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते
हैं। मंदिर के पास में ही एक तालाब बना हुआ है, जिसे देवतालाब के नाम से जाना जाता
है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। आपको यह आकर अच्छा लगेगा। मंदिर के परिसर
में बहुत सारी प्राचीन प्रतिमाएं देखने के लिए मिलती है, जो बहुत ही सुंदर लगती है।
यहां आकर आप घूम सकते हैं। यह वाशिम में घूमने लायक एक मुख्य जगह है।
पदमातीर्थ वाशिम - Padmatirtha Washim
पदमातीर्थ वाशिम जिले का एक मुख्य धार्मिक स्थल है। यह स्थल
108 तीर्थ स्थानों में से एक है। यहां पर आपको एक बड़ी सी झील देखने के लिए मिलती है।
इस झील के बीच में मंदिर बना हुआ है। यह मंदिर शंकर भगवान जी को समर्पित है। इस मंदिर
तक जाने के लिए पुल बनाया गया है। यहां पर आकर अच्छा लगता है। यह मंदिर प्राचीन है।
यह एक पवित्र जगह है।
गर्मी के समय तालाब सूख जाता है। मगर बरसात के समय यह तालाब
पानी से पूरी तरह भर जाता है और बहुत ही सुंदर लगता है। इस मंदिर को लाइट से सजाया
गया है। रात के समय जब लाइट जलाई जाती है। तब यह मंदिर बहुत ही आकर्षक लगता है। मंदिर
के गर्भ गृह में शिवलिंग विराजमान है। यहां पर काले पत्थर का शिवलिंग विराजमान है।
यहां पर महाशिवरात्रि और सावन में बहुत सारे लोग भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते
हैं। यहां पर आपको और भी बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिलेंगे। यहां
गणेश जी और नंदी महाराज जी के दर्शन किए जा सकते हैं।
पोहरादेवी मंदिर वाशिम - Pohradevi Temple Washim
पोहरादेवी मंदिर वाशिम का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर वाशिम
जिले के पोहरादेवी गांव में बना हुआ है। पोहरादेवी का मतलब होता है जगदंबा माता। यहां
पर जगदंबा माता का बहुत सुंदर मंदिर बना हुआ है। यह मंदिर प्राचीन है। यहां पर आकर
अच्छा लगता है। यहां पर सेवादास महाराज जी की समाधि भी बनी हुई है। आप यहां पर आकर
इन दोनों स्थलों पर घूम सकते हैं। यह दोनों स्थल बहुत सुंदर है। बंजारा कम्युनिटी के लोगों के लिए यह स्थल महत्वपूर्ण
है। यह मंदिर प्राचीन है।
यहां पर रामनवमी के समय और 15 फरवरी के समय बहुत ही धूमधाम रहती
है। 15 फरवरी के समय संत श्री सेवालाल महाराज जी की जन्मदिवस रहता है। इस दिन यहां
पर बहुत सारे लोग आते हैं और इस दिन को बहुत अच्छी तरह त्योहार के रूप में बनाते हैं।
आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
श्री सोहमनाथ महाराज संस्थान वाशिम - Shree Sohmannath Maharaj Sansthan Washim
श्री सोहमनाथ महाराज संस्थान वाशिम जिले का एक मुख्य धार्मिक
स्थान है। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यह वाशिम जिले में आसोला खुर्द में
स्थित है। यहां पर आपको भगवान शिव के दर्शन करने के लिए मिलेंगे। यहां पर और भी बहुत
सारे देवी देवता के दर्शन किए जाते हैं। यहां पर बहुत सुंदर मंदिर बना हुआ है। यहां
पर साईं बाबा जी, राधे कृष्ण जी और भी बहुत सारे स्थानीय देवी-देवताओं के दर्शन कर
सकते हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है।
ईसापुर डैम वाशिम - Isapur Dam Washim
ईसापुर डैम वाशिम जिले के पास घूमने का एक मुख्य स्थान है। यह
बांध पैनगंगा नदी पर बना हुआ है। यह बांध बहुत बड़ी क्षेत्र में फैला हुआ है। यह बांध
बहुत सुंदर है। बरसात के समय इस बांध का दृश्य देखने लायक रहता है। आप यहां पर घूमने
के लिए आ सकते हैं और इस बांध को देख सकते हैं। यह बांध नांदेड़ जिले के लिए एक पीने
के पानी का मुख्य स्त्रोत है। यहां पर आकर अच्छा लगता है। यह बांध मुख्य रूप से सिंचाई
के उद्देश्य से बनाया गया है।
श्री चंद्रनाथ स्वामी जैन मंदिर वाशिम - Shri Chandranath Swami Jain Temple Washim
श्री चंद्र नाथ स्वामी जैन मंदिर वाशिम जिले का एक मुख्य आकर्षण
स्थल है। यह एक जैन मंदिर है। इस मंदिर में श्री चंद्र नाथ स्वामी जी की बहुत सुंदर
प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यहां पर चंद्रनाथ स्वामी जी की सफेद मार्बल से बनी
हुई प्रतिमा है। इस प्रतिमा में चंद्रनाथ स्वामी जी पद्मासन मुद्रा में बैठे हुए हैं।
चंद्रनाथ स्वामी जी का सिहासन चांदी का बना हुआ है। यह मंदिर भी बहुत सुंदर है और बहुत
बड़ा है। यहां पर आकर अच्छा लगता है। यहां पर ठहरने के लिए रूम मिल जाते हैं। यह दिगंबर
जैन मंदिर है। यह मंदिर वाशिम जिले में करंजा में स्थित है। आप यहां पर आकर घूम सकते
हैं।
गुरुदत्त मंदिर वाशिम - Guru Dutt Mandir Washim
गुरुदत्त मंदिर वाशिम का प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर वाशिम
जिले में करंजा में स्थित है। यह मंदिर श्री नृसिंह सरस्वती स्वामी महाराज जी को समर्पित
है। श्री नरसिंह स्वामी महाराज जी भगवान दत्तात्रेय के दूसरे अवतार माने जाते हैं।
श्री नृसिंह सरस्वती स्वामी महाराज जी का जन्म स्थान करंजा है। इसलिए यह स्थल प्रसिद्ध
है और यहां पर बहुत दूर-दूर से लोग आते हैं। यहां पर लोग नृसिंह सरस्वती महाराज जी
के दर्शन करने के लिए आते हैं।
यहां पर बहुत बड़ा मंदिर बना हुआ है और आश्रम बना हुआ है। आप
यहां पर आकर घूम सकते हैं। मंदिर के अंदर गर्भ ग्रह में श्री नरसिंह स्वामी जी की प्रतिमा
देखने के लिए लगती है। यहां पर दत्तात्रेय भगवान जी की पेंटिंग और मूर्ति भी देखी जा
सकती है। यहां पर आप आकर नरसिंह स्वामी जी की आरती में सम्मिलित हो सकते हैं और यहां
पर प्रसाद बांटा जाता है। वह ग्रहण कर सकते हैं। यहां पर मंदिर के पास में ठहरने की
सुविधा भी उपलब्ध है। अगर कोई पर्यटक दूर से आता है, तो वहां यहां पर ठहर सकता है।
यहां पर आकर अच्छा लगता है। यह दत्त संप्रदाय के लोगों के लिए मुख्य स्थल है।
Please do not enter any spam link in comment box