वर्ल्ड अर्थ डे या विश्व पृथ्वी दिवस - पृथ्वी को बचाने का प्रयास
World Earth Day or Vishva Prithvi Divas - Efforts to Save the Earth
वर्ल्ड अर्थ डे या विश्व पृथ्वी दिवस भारत और अन्य देशों में मनाया जाने वाला एक मुख्य आयोजन है। यह पूरे देश और विश्व में मनाया जाता है। अर्थ डे का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण का संरक्षण है। पर्यावरण का अर्थ होता है - हमारे चारों तरफ का वातावरण या आवरण। हमारे चारों तरफ का वातावरण, अगर संरक्षित रहेगा, तो ही हम संरक्षित रहेंगे। नहीं, तो हम भी खत्म हो जाएंगे। इसलिए इस दिवस को मनाया जाता है। यह दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है। इस दिन बहुत सारे आयोजन किए जाते हैं, जिसमें पर्यावरण के बारे में बातचीत की जाती है और पर्यावरण को किस तरह संरक्षित किया जाता है। इसके बारे में बताया जाता है। चलिए जानते हैं - वर्ल्ड अर्थ डे के बारे में
वर्ल्ड अर्थ डे या विश्व पृथ्वी दिवस क्या है - What is World Earth Day
अर्थ डे या पृथ्वी दिवस एक वार्षिक उत्सव है। पृथ्वी दिवस को हर साल पर्यावरण संरक्षण के लिए और लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। ताकि लोग पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक हो सके हैं और पर्यावरण की रक्षा करें, क्योंकि लोग पर्यावरण की रक्षा करेंगे, तब ही मानव जाति संरक्षित रह पाएगी।
वर्ल्ड अर्थ डे या विश्व पृथ्वी दिवस की स्थापना किसने की थी - Who founded World Earth Day
पृथ्वी दिवस या अर्थ डे की स्थापना अमेरिकी सीनेटर गेलोर्ड नेल्सन ने की थी। उन्होंने इसे पर्यावरण शिक्षा के रूप में स्थापित किया था। सबसे पहला अर्थ डे 22 अप्रैल 1970 को मनाया गया था। उसके बाद विश्व के 195 देशों ने इस दिन को मनाना शुरू किया। 22 अप्रैल 1970 को लगभग दो करोड़ अमेरिकी लोगों ने पृथ्वी दिवस के आयोजन में भाग लिया। इस आंदोलन में सभी वर्गों के लोगों ने भाग लिया और पृथ्वी को संरक्षित करने के लिए प्रदर्शन किया।
पृथ्वी दिवस की स्थापना का मुख्य कारण यह था, कि 1969 में कैलिफोर्निया के सांता बारबरा में तेल रिसाव से पर्यावरण में बहुत सारी बर्बादी हो गई थी। उस समय समुद्र में 3 मिलियन गैलन तेल का रिसाव हुआ था, जिससे समुद्री जलीय जीवो को बहुत प्रभाव पड़ा था। इसमें 10,000 सी बर्ड, डॉल्फिन, सील मारे गए थे। इस दुर्घटना ने पर्यावरण पृथ्वी दिवस को और भी ज्यादा बढ़ावा दिया।
अर्थ डे शब्द का उपयोग लोगों के बीच में सबसे पहले सबसे जूलियन कोनिंग ने किया था। सन 1969 में इन्होंने सबसे पहले इस शब्द को लोगों के सामने लाया था। जूलियन कोनिंग का इस दिन जन्मदिन रहता है। इसलिए उन्होंने अर्थ डे को बर्थडे के रूप में सिलिब्रेट किया। क्योकि अर्थ डे और बर्थडे एक ही समान लगते हैं।
वर्ल्ड अर्थ डे और विश्व पृथ्वी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य - The main purpose of celebrating World Earth Day
अर्थ डे और विश्व पृथ्वी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य है, कि हम अपने पर्यावरण को बचाएं, क्योंकि हम अपने पर्यावरण को दिन-ब-दिन गंदा करते जा रहे हैं, जिससे यह लोगों के रहने लायक नहीं रहेगा और धीरे-धीरे मानव जाति समाप्त होती जाएगी। इसके मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं -
नदियों में कारखानों को गंदा पानी डालने से रोकना - भारत देश और अन्य देशों में नदियों का बहुत महत्व है, क्योंकि नदियों से लोगों को पीने के लिए पानी मिलता है। मगर कारखानों का गंदा पानी नदियों के पानी में ऐसे ही छोड़ देते हैं। इस गंदे पानी का ट्रीटमेंट नहीं किया जाता है, जिससे यह गंदा पानी नदी में जाकर जलीय जंतु को और मानव जाति को भी नुकसान पहुंचाता है। इसलिए हमें लोगों को अवगत कराना चाहिए, कि हमें नदियों में गंदा पानी छोड़ने से किस तरह हानि पहुंचती है। जिससे लोग इस चीज में जागरूक हुए और नदियों में गंदा पानी छोड़ने पर रोक लगाएं।
कंपनियों का अवशिष्ट सामान इधर-उधर फेंकना - कंपनियों में प्रोडक्ट बनने के बाद, जो भी अवशेष बचता है, उसे कंपनी वाले इधर-उधर फेंक देते हैं। जिससे हमारी वातावरण प्रदूषित होता है। इस चीज पर भी रोक लगाना चाहिए और कंपनी के जो भी अवशेष निकलते हैं। उनको सही तरीके से समाप्त करना चाहिए।
वृक्षों का कटाव - वृक्ष हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि वृक्षों से ही हमें प्राणदायी वायु ऑक्सीजन मिलती है। इसलिए हमें वृक्षों के संरक्षण में विशेष ध्यान देना चाहिए। मगर आज के आधुनिकीकरण युग में वृक्षों की कटाई बहुत तेजी से की जा रही है। इसलिए यह हमारे बीच में बहुत बड़ी समस्या है और हमें इस समस्या को सुधारने के लिए लोगों के सामने इस समस्या के बारे में खुलकर बात करनी पड़ेगी और लोगों को समझाना पड़ेगा, कि पेड़ों का महत्व क्या है।
वर्ल्ड अर्थ डे या विश्व पृथ्वी दिवस किस तरह मनाया जा सकता है - How World Earth Day can be celebrated
वर्ल्ड अर्थ डे या विश्व पृथ्वी दिवस को हम किस तरह मना सकते हैं। ताकि हम अपने पर्यावरण को बचा सके, क्योंकि दिन-ब-दिन हमारे प्रति दिन की क्रियाएं पर्यावरण को हानि पहुंचाते जा रही हैं। इसलिए आज हम पर्यावरण को बचाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।
पेड़ लगाना
सबसे पहले हमें पेड़ लगाना है। यह बहुत सारे लोग कहते हैं, कि हमें पेड़ लगाना चाहिए। मगर हम इस बारे में ध्यान नहीं देते हैं। मगर हमें इस बारे में जरूर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि पेड़ हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग है और पेड़ों से हमें ऑक्सीजन मिलती है, खाना मिलता है, छाया मिलती है और भी बहुत सारी वस्तुएं पेड़ों से हमें मिलती है। इसलिए हमें पेड़ लगाना चाहिए और पेड़ के उपयोग के बारे में लोगों को जानकारी देना चाहिए। लोगों को जागरूक करना चाहिए, क्युकी जिस तरह हम पेड़ों की कटाई करते जा रहे हैं। उस तरह हम अपने विनाश के करीब आते जा रहे हैं। इसलिए हम लोगों को पेड़ लगाने की तरफ ज्यादा ध्यान ध्यान देना चाहिए और पेड़ को काटने से क्या हानि है। इसके बारे में लोगों को बताना चाहिए।
पानी की बचत
पानी की बचत पर्यावरण संरक्षण का एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। जल ही जीवन है। यह आपने जरूर सुना होगा। पानी के बिना हम 1 दिन भी नहीं रह सकते हैं। पानी से ही यह पूरी पृथ्वी और मानव जाति का अस्तित्व है। पानी के बिना सब समाप्त हो जाएगा। इसलिए हमें पानी के बचाने की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। आज हम अपने गली में निकलते हैं या बाजार में निकलते हैं, तो हम देखते हैं, किस तरह नल खुला है और पानी बह रहा है। इस तरह पानी की बर्बादी होती है। इसलिए हमें पानी की बर्बादी कम करना चाहिए और पानी को बचाने के उपाय करने चाहिए।
जब हम नहाते हैं, कपड़े धोते हैं, बर्तन धोते हैं या पानी का कोई भी काम करते हैं, तो हमें बाल्टी का इस्तेमाल करना चाहिए। बाल्टी और मगगे के इस्तेमाल से हम एक निश्चित मात्रा में पानी का उपयोग करते हैं। बाकी अगर हम शावर का यूज करते हैं, तो उसमें बहुत ज्यादा पानी की मात्रा बहती है। इसलिए हमें बाल्टी और मगगे का उपयोग करके ही पानी से जुड़े हुए काम करने चाहिए।
हमें वर्षा जल संरक्षण पर विशेष ध्यान देना चाहिए और वर्षा जल संरक्षण के तरीकों को अपनाने चाहिए। इसके अलावा भी बहुत सारी उपाय हैं, जिनके द्वारा हम जल को संरक्षित कर सकते हैं।
मृदा संरक्षण
मृदा संरक्षण भी एक मुख्य मुद्दा है। मृदा पृथ्वी की सबसे ऊपरी सतह है। जिस पर सभी जीव और पेड़ पौधे रहते हैं। लाखों-करोड़ों सालों में मृदा की एक परत बनती है। हमें इस मृदा का संरक्षण करना चाहिए। आजकल फसलों में बहुत सारे रसायनिक पदार्थों का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे मृदा की उर्वरा शक्ति कम हो रही है। आने वाले समय में हमें खाने की बहुत ज्यादा परेशानी होने वाली है। इसलिए हमें अभी से ही सोच समझकर मृदा का संरक्षण करना चाहिए।
वायु संरक्षण
वायु का आपको पता है, कि वायु मतलब होता है - हवा। हवा हम लोग के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए वायु का संरक्षण महत्वपूर्ण है। क्योंकि हमारी हवा धीरे-धीरे जहरीली होती जा रही है और इसका असर आपको देखने के लिए भी मिल रहा है, क्योंकि आजकल बहुत सारे लोगों को सांस की बीमारी होना आम बात है। इसलिए वायु संरक्षण पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। हमें प्राइवेट वाहन का प्रयोग कम करना चाहिए और सरकारी वाहन में यात्रा करनी चाहिए।
इसके अलावा बहुत सारे उपाय हैं, जिनके द्वारा हम अपने पर्यावरण को संरक्षित कर सकते हैं। हमें आजकल के फैशन के हिसाब से नहीं। अपने हिसाब से चलना चाहिए। हमें जिन चीजों की जरूरत है। उन चीजों को ही खरीदना चाहिए। फालतू की चीजों का उपयोग नहीं करना चाहिए।
हमें अगर जरूरत है, तो हम सेकंड हैंड वस्तुओं को ले सकते हैं और उनके उपयोग कर सकते हैं। हमें नई चीजों को बहुत कम लेने का प्रयास करना चाहिए। हमें इको फ्रेंडली वातावरण बनाना चाहिए। इको फ्रेंडली घर में रहना चाहिए और भी बहुत सारी उपाय हैं, जो हमें जरूर अपनाने चाहिए और पर्यावरण के संरक्षण में योगदान देना चाहिए।
यह मेरे द्वारा सुझाए गए उपाय हैं। अगर आप भी पर्यावरण के बारे में कुछ सोचते हैं, तो पर्यावरण संरक्षण में जरूर प्रयास करें।
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