भागलपुर जिले के दर्शनीय स्थल - Major places to visit in Bhagalpur District / भागलपुर जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
भागलपुर बिहार राज्य का एक मुख्य जिला है। भागलपुर बिहार की राजधानी पटना से करीब 263 किलोमीटर दूर है। भागलपुर सिल्क सिटी के नाम से जाना जाता है। भागलपुर जिले में सिल्क का बहुत अधिक मात्रा में उत्पादन होता है। भागलपुर गंगा नदी के उत्तर में स्थित है। भागलपुर में घूमने के लिए बहुत सारे प्राचीन, ऐतिहासिक और धार्मिक जगह मौजूद है। भागलपुर जिले में गंगा और कोसी नदी बहती है। यहां पर गंगा और कोसी नदी का संगम देखने मिलता है। यहां पर गंगा नदी पर, गंगोय डॉल्फिन भी देखने के लिए मिलती है। भागलपुर में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - भागलपुर में घूमने लायक कौन कौन सी जगह है।
भागलपुर में घूमने की जगह - Bhagalpur Mein ghumne ki jagah
जयप्रकाश उद्यान भागलपुर - Jaiprakash Udyan Bhagalpur
जयप्रकाश उद्यान भागलपुर का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह उद्यान भागलपुर शहर में पुलिस लाइन के पास स्थित है। यह उद्यान बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है और इस उद्यान में आपको क्रिकेट ग्राउंड, फुटबॉल ग्राउंड, वॉलीबॉल ग्राउंड देखने के लिए मिल जाता है, जिसमें सभी लोग खेल सकते हैं। इस पार्क में बहुत सारे पेड़ पौधे लगे हुए हैं। यहां पर हरियाली देखने के लिए मिलती है। पार्क में बहुत सारे जानवर भी देखने के लिए मिल जाते हैं।
जयप्रकाश उद्यान बहुत सुंदर है और यहां पर आकर अच्छा समय बिताया जा सकता है। इस पार्क को सैंडी पार्क के नाम से भी जाना जाता है। सुबह एवं शाम के समय बहुत सारे मॉर्निंग वॉक एवं इवनिंग वॉक वाले लोग यहां आते हैं। यहां पर बच्चों के लिए झूले लगे हुए हैं, जिसमें बच्चे लोग काफी इंजॉय कर सकते हैं। पार्क हरियाली से घिरा हुआ है और यहां पर आकर अच्छा समय बिताया जा सकता है।
भागलपुर संग्रहालय भागलपुर - Bhagalpur Museum Bhagalpur
भागलपुर संग्रहालय भागलपुर में घूमने के लिए एक मुख्य स्थल है। यह संग्रहालय भागलपुर में जयप्रकाश उद्यान के पास में स्थित है। इस संग्रहालय में आपको भागलपुर की कला, संस्कृति से संबंधित वस्तुएं देखने के लिए मिलती है। भागलपुर का इतिहास बहुत प्राचीन रहा है। यहां पर आपको प्राचीन मूर्तियां, पेंटिंग और कला से संबंधित बहुत सारी वस्तुएं देखने के लिए मिलती हैं। यहां पर आपको भागलपुर के पर्यटन स्थलों की भी जानकारी दी गई है। इस संग्रहालय में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर आपको मूर्तियों का भी अच्छा कलेक्शन देखने के लिए मिल जाता है।
तेतरी दुर्गा मंदिर भागलपुर - Tetri Durga Mandir Bhagalpur
तेतरी दुर्गा मंदिर भागलपुर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भागलपुर में नौगछिया तहसील में तेतरी में स्थित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। यह मंदिर बहुत ही भव्य तरीके से बना हुआ है। मंदिरों के गर्भ गृह में माता की भव्य मूर्ति के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। नवरात्रि में यहां पर बहुत ज्यादा भीड़ रहती है।
बुढ़ानाथ मंदिर भागलपुर - Budhanath Temple Bhagalpur
बुढ़ानाथ मंदिर भागलपुर जिले का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। इस मंदिर को वृद्धेश्वर नाथ महादेव मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर भागलपुर में गंगा नदी के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर का निर्माण त्रेता युग में किया गया था। यह मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर में आपको शिव भगवान जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर मंदिर के गर्भ गृह में शिवलिंग विराजमान है। मंदिर परिसर बहुत अच्छा है। यहां पर आकर शांति मिलती है। यहां पर बहुत सारे भक्त भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं।
यहां पर आपको एक छोटा सा गार्डन देखने के लिए मिलता है, जहां पर बच्चे लोग काफी इंजॉय कर सकते हैं। मंदिर में आपको बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर आपको दुर्गा जी, शिव पार्वती मंदिर, हनुमान जी और भी बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि तारकासुर को मारने के बाद वशिष्ठमुनी अपने शिष्य राम और लक्ष्मण के साथ भागलपुर आए थे। उस समय उन्होंने बाबा बुढ़ा नाथ मंदिर की स्थापना कर, शिवलिंग की पूजा अर्चना की थी। इस मंदिर के कारण यहां के मोहल्ले को बूढ़ानाथ मोहल्ले के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर भागलपुर में घूमने की सबसे अच्छी जगह है। आप यहां आकर मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। यहां पर आकर सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती है।
दास ड्रिफ्टवुड म्यूजियम और पार्क भागलपुर - Das Driftwood Museum and Park Bhagalpur
दास ड्रिफ्टवुड म्यूजियम और पार्क भागलपुर जिले का एक अनोखा म्यूजियम है। यह पार्क भागलपुर में प्रसिद्ध बुढ़ानाथ मंदिर के पास ही में स्थित है। यहां पर आपको लकड़ी के बहुत सुंदर सुंदर समान देखने के लिए मिलते हैं। यहां लकड़ी की कलाकृतियां देखने लायक है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। यहां पर बहुत सारी एक्टिविटी होती है, जिनका आप मजा ले सकते हैं। यहां पर लकड़ियों में सुंदर-सुंदर स्कल्पचर बनाए गए हैं। यहां पर कैफ भी है, जहां पर आपको खाने पीने का आइटम मिल जाता है। पार्क में चारों तरफ आपको फूलों वाले पौधे देखने के लिए मिलते हैं।
दास ड्रिफ्टवुड म्यूजियम और पार्क गंगा नदी के पास बना हुआ है, जिससे यहां पर गंगा नदी का भी सुंदर दृश्य देखने के लिए मिल जाता है और सूर्यास्त के समय यहां का दृश्य देखने लायक रहता है। यहां पर बच्चों लोगों को काफी मजा आएगा, क्योंकि यहां पर बच्चों के लिए टॉय ट्रेन राइड और भी बहुत सारी राइड है, जिनका बच्चे लोग काफी आनंद उठा सकते हैं। यहां पर आप आकर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। यह पार्क भागलपुर में घूमने लायक एक मुख्य जगह है।
महर्षि मेंही आश्रम भागलपुर - Maharishi Mehi Ashram Bhagalpur
महर्षि मेंही आश्रम भागलपुर का एक प्रसिद्ध आकर्षण स्थल है। महर्षी मेही आश्रम भागलपुर में बरारी के पास स्थित है। इस जगह पर आपको बहुत सारे स्थल देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत ही सुंदर है। यहां पर सद्गुरु महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज के पार्थिव शरीर का अग्नि संस्कार किया गया था। उनकी याद में यहां पर समाधि स्थल बनाया गया है। यहां पर भव्य मंदिर बनाया गया है, जिसमें महर्षि मेंही जी की मूर्ति रखी गई है और उनके बारे में बहुत सारी जानकारी लिखी हुई है।
यहां पर सुंदर गार्डन बना हुआ है। गार्डन में फूलों वाले पौधे लगे हुए हैं। यहां पर गार्डन में, आपको अलग-अलग डिजाइन देखने के लिए मिलता है। यहां पर भारत का नक्शा भी बना हुआ है। यहां पर झाड़ियों से भारत का नक्शा बनाया गया है, जो बहुत सुंदर लगता है। इसके अलावा यहां पर और भी बहुत सारी डिजाइन देखने के लिए मिलता है।
इस पार्क में आपके भूमिगत सुरंग देखने के लिए मिलती है। इस सुरंग का निर्माण पांडवों के द्वारा किया गया था। माना जाता है कि यह सुरंग मुंगेर में निकलती है, जो भागलपुर से करीब 60 किलोमीटर दूर है। मगर सुरंग में जाने की मनाही है। आप इसे बाहर से ही देख सकते हैं। यहां पर आकर आप अपना बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। यह भागलपुर में घूमने लायक एक मुख्य जगह है। यहां पर गंगा किनारे आपको कुप्पाघाट भी देखने के लिए मिलता है। कुप्पाघाट बहुत सुंदर है। कुप्पाघाट का मतलब होता है। कुप्पा का अर्थ है - सुरंग और घाट का अर्थ होता है - नदी का किनारा। यहां पर आपको गंगा नदी का किनारा देखने के लिए मिलता है। आप यहां पर आ कर बहुत अच्छा अनुभव कर सकते हैं।
डॉल्फिन ऑब्जर्वेटरी साइट भागलपुर - Dolphin Observatory Site Bhagalpur
डॉल्फिन ऑब्जर्वेटरी साइट भागलपुर का एक मुख्य स्थल है। यहां पर गंगा नदी के किनारे डॉल्फिन ऑब्जर्वेटरी साइट देखा जा सकता है। यहां पर आप बैठकर गंगोय डॉल्फिन को देख सकते हैं। यह भारत की पहली ऑब्जर्वेटरी है और गंगोय डॉल्फिन यहीं पर पाई जाती है। गंगोय डॉल्फिन एक संकटग्रस्त प्रजाति है और सांस लेने के लिए, गंगोय डॉल्फिन पानी की सतह पर आती है। आप इसे आसानी से देख सकते हैं। यहां पर इनका संरक्षण किया जाता है।
घंटाघर भागलपुर - Ghantaghar Bhagalpur
घंटाघर भागलपुर का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यहां पर आपको एक प्राचीन क्लॉक टावर देखने के लिए मिलता है। यह क्लॉक टावर दीप नारायण सिंह स्मारक के नाम से भी जाना जाता है। यह मुख्य शहर में स्थित है। यह मुख्य लैंड मार्क है। यहां पर क्लॉक टावर के आजू-बाजू बाजार लगता है। यह देखने में बहुत सुंदर लगता है। यह भागलपुर की एक ऐतिहासिक जगह है।
मनसा देवी मंदिर भागलपुर - Mansa Devi Temple Bhagalpur
मनसा देवी मंदिर भागलपुर जिले का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर प्राचीन है। यह मंदिर भागलपुर जिले में नाथनगर के चंपानगर में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर अगस्त के महीने में मेला आयोजित किया जाता है, जिसमें दूर-दूर से लोग आते हैं। यहां पर मनसा बेहुला पूजा होती है। मंदिर में बहुत भीड़ लगती है और भजन कीर्तन चलता रहता है। मनसा देवी को बिसाहरी या पद्मा के नाम से भी जाना जाता है। आप यहां मंदिर में घूमने के लिए आ सकते हैं।
बटेश्वर महादेव मंदिर भागलपुर - Bateshwar Mahadev Temple Bhagalpur
बटेश्वर महादेव मंदिर भागलपुर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भागलपुर जिले में कहलगांव प्रखंड में स्थित है। यह मंदिर गंगा नदी के किनारे के ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर से गंगा नदी का बहुत ही आकर्षक दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको प्राचीन गुफाएं भी देखने के लिए मिलती है। यहां पर प्राचीन प्रतिमाएं भी देखने के लिए मिलती हैं, जो देवी देवताओं की है। यहां पर विष्णु भगवान जी, गणेश जी, नाग देवता, गंगा माता बहुत सारी प्राचीन प्रतिमाएं देखने के लिए मिलते हैं।
यहां पर सावन सोमवार और महाशिवरात्रि के समय बहुत सारे भक्त भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां पर मेला भी लगता है, जिसमें बहुत बड़ा जनसमूह शामिल होता है। आप यहां पर आकर अच्छा अनुभव कर सकते हैं। यहां पर आपको नंदी भगवान जी, भगवान भोलेनाथ जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यहां पर और भी बहुत सारे देवी देवता विराजमान है। यह भागलपुर में घूमने की सबसे अच्छी जगह है। यहां पर आकर आप अच्छा समय बिता सकते हैं। यहां पर आसपास आपको और भी बहुत सारे मंदिर देखने के लिए मिल जाते हैं।
इब्राहिम हुसैन शाह का मकबरा भागलपुर - Ibrahim Hussain Shah's Tomb Bhagalpur
इब्राहिम हुसैन शाह का मकबरा भागलपुर का एक ऐतिहासिक स्थल है। यह मकबरा बहुत सुंदर है। यह मकबरा भागलपुर में गंगा नदी के पास में स्थित है। इस मकबरे में आपको एक बड़ा सा गुंबद देखने के लिए मिलता है। इस गुंबद के कोने पर चार छोटे गुंबद बने हुए हैं। मकबरे के अंदर कब्र देखने के लिए मिलती है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मकबरा भागलपुर में खंजरपुर में स्थित है।
मानसकामना नाथ मंदिर भागलपुर - Manaskamana Nath Temple Bhagalpur
मानसकामना नाथ मंदिर भागलपुर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भागलपुर जिले में नाथनगर में एसआई ट्रेनिंग ग्राउंड के पास में स्थित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर में शिव और पार्वती जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर प्राचीन है। यहां पर आकर अच्छा लगता है। यहां पर सावन सोमवार और शिवरात्रि के समय बहुत सारे भक्त शिव भगवान जी के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां पर आकर लोगों की मनोकामनाएं पूरी होती है। यहां पर आपको शिव भगवान जी और पार्वती जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। कहा जाता है कि महावीर कर्ण गंगा स्नान बाद, इस मंदिर में पूजा करने के लिए आते थे।
श्री चंपापुर दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र भागलपुर - Shri Champapur Digambar Jain Siddha Kshetra Bhagalpur
श्री चंपापुर दिगंबर जैन मंदिर भागलपुर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह दिगंबर जैन मंदिर है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। यहां पर आपको महावीर स्वामी और वासुपूज्य भगवान के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह पवित्र क्षेत्र जैन धर्म के लोगों के लिए एक पवित्र स्थल है। यहां पर जैन धर्म के 12 वें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य का गर्भ, जन्म, तप, दीक्षा और मोक्ष पांचों कल्याणक हुआ है। इसलिए यह स्थल विशेष महत्व रखता है। इसे पंचकल्याण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर ने ढाई हजार वर्ष पूर्व यहां पर चतुर्मास चंपापुर में ही व्यतीत किए थे। यह मंदिर बहुत सुंदर है और यहां आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध है। यहां पर आपको बहुत सारे जैन तीर्थकर की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है।
श्री चंपापुर दिगंबर जैन मंदिर भागलपुर में नाथद्वार में स्थित है। आप यहां पर आराम से पहुंच सकते हैं और इस मंदिर में घूम सकते हैं। यह मंदिर बहुत ही सुव्यवस्थित तरीके से बनाया गया है। इस मंदिर में आपको जैन धर्म के पवित्र तीर्थ स्थलों की पेंटिंग देखने के लिए मिल जाती है। यहां पर आपको कीर्ति स्तंभ भी देखने के लिए मिलता है। यहां पर मंदिर का गर्भग्रह रंग-बिरंगे कांच से सजाया गया है। यहां पर आकर आपको बहुत शांति मिलेगी। यह भागलपुर में घूमने वाली एक मुख्य जगह है।
विक्रमशिला विश्वविद्यालय भागलपुर - Vikramshila University Bhagalpur
विक्रमशिला विश्वविद्यालय भागलपुर का एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल है। विक्रमशिला विश्वविद्यालय भागलपुर में कहलगांव प्रखंड में स्थित है। यह भागलपुर से करीब 38 किलोमीटर दूर है। यह भागलपुर जिले में स्थित प्राचीन समय में एक विश्वविद्यालय हुआ करता था, जिसके अभी आपको अवशेष देखने के लिए मिल जाते हैं। यह विश्वविद्यालय बहुत बड़ी क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां पर आपको बहुत सारी जगह देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको मनौती स्तूप, बौद्ध विहार, गार्डन, बौद्ध मंदिर, तिब्बत मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। इस विश्वविद्यालय की स्थापना पाल वंश के सम्राट धर्मपाल ने की थी।
विक्रमशिला विश्वविद्यालय में करीब 160 विहार और पढ़ाई के लिए अन्य कक्ष बने हुए थे। यहां पर धर्मपाल के उत्तराधिकारी तेरहवीं शताब्दी तक इस विश्वविद्यालय को वित्तीय सहायता प्रदान करते थे। यहां पर अध्ययन के मुख्य विषय व्याकरण, तर्कशास्त्र, तंत्र, मीमांसा आदि थे। श्री दीपंकर श्रीज्ञान इस विश्वविद्यालय के कुलपति थे। इस विश्वविद्यालय को मुगल आक्रमणकारी बख्तियार खिलजी ने सन 1193 को नष्ट कर दिया था। आप यहां पर आकर इसके अवशेष देख सकते हैं। यहां पर प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यह भागलपुर में घूमने की सबसे अच्छी जगह है। आपको यहां पर आकर अच्छा लगेगा और बहुत सारी जानकारी प्राप्त होगी।
पुरातत्व संग्रहालय विक्रमशिला भागलपुर - Archaeological Museum Vikramshila Bhagalpur
विक्रमशिला संग्रहालय भागलपुर में स्थित एक मुख्य स्थल है। यहां पर आपको विभिन्न प्राचीन सामग्रियों का संग्रह देखने के लिए मिलता है। यहां पर मुख्य तौर पर विक्रमशिला विश्वविद्यालय के उत्खनन से प्राप्त सामग्रियों को रखा गया है। इस संग्रहालय में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर आपको बहुत सारी जानकारियां प्राप्त होंगी। यह संग्रहालय भागलपुर में कहलगांव प्रखंड विक्रमशिला विश्वविद्यालय स्मारक के पास में ही है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं।
अजगैबीनाथ महादेव मंदिर भागलपुर - Ajgaibinath Mahadev Temple Bhagalpur
अजगैबीनाथ महादेव मंदिर भागलपुर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भागलपुर जिले में सुल्तानगंज, में गंगा नदी के किनारे ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर प्राचीन है। यहां पर आपको गर्भगृह में 3 शिवलिंग देखने के लिए मिलते हैं।
इन शिवलिंग के बारे में कहा जाता है, कि यह शिवलिंग स्वयंभू है। यहां पर बहुत सारे भक्त शिवलिंग के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां आकर गंगा नदी में स्नान करके भगवान शिव के दर्शन किए जाते हैं। यहां आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां का वातावरण शांत है। यहां पर आप गंगा नदी में बोट राइड का भी मजा ले सकते हैं। यहां पर रुकने की सुविधा भी उपलब्ध है। यहां गंगा नदी का दृश्य देखने लायक रहता है।
घुराण पीर बाबा मजार भागलपुर - Ghuran Pir Baba Mazar Bhagalpur
घुराण पीर बाबा मजार भागलपुर का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह हिंदू और मुस्लिम दोनों के लिए ही धार्मिक स्थल है। यहां पर दोनों धर्मों के लोग आकर बाबा को चादर चढ़ाते हैं। यह जगह भागलपुर में कचहरी कंपाउंड के पास स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और इस मजार के दर्शन कर सकते हैं।
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